जबलपुर, देशबन्धु. विगत 23 फरवरी को गाड़ी क्रमांक 22182 निजामुद्दीन-जबलपुर गोंडवाना एक्सप्रेस में झांसी से जबलपुर के मध्य कार्यरत टीटीई श्री विश्वजीत कुमार द्वारा बरती गई सर्तकता के कारण यात्रियों की जान बची. वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई जंक्शन से ट्रेन चलने के बाद जब ट्रेन ललितपुर पहुंचने वाली थी तो जाखौरा स्टेशन के पास कोच संख्या ङ्खष्टक्र242201 (बी 4) समय 00:26 बजे कोच में अचानक आग लगने की अलार्म बजने लगा था.
अलार्म बजने के कारण यात्रीगण में अफरातफरी का माहौल हो गया था , और कुछ यात्रीगण ने मिलकर बर्थ नंबर 23 और 36 के पास इमर्जेंसी विंडो का कांच तोड दिया और उससे तथा दरवाजा से बाहर निकलने का प्रयास करने लगे थे. ट्रेन में कार्यरत टीटीई विश्वजीत कोच 1 चेक कर रहे थे.
जब गाडी अलार्म बजी तो कोच 4 में आकर देखा कि कोच में जलने की बदबू आ रही थी और यात्रीगण बैचेन हो रहे थे तो उन्होंने सबसे पहले लोगों को शांत कराया और सारे दरवाजे बंद करवा दिया ताकि कोई भी यात्री कोच से बाहर निकलकर पटरी की तरफ ना जाऐं. फिर इन्होंने आनड्यूटी मैकेनिक को बुलाया और मैकेनिक ने जब पैनल चेक किया तो उसमें 2 चुहे मरे थे और इसी कारण कोच में अलार्म बजा और यात्रीगण भयभीत हो गए.
टीटीई और आनड्यूटी जीआरपी, मैकेनिक, बेडरोल अटेंडेंट द्वारा सभी को समझाया गया कि खतरे की कोई बात नहीं है . टूटे हुए कांच को बनाने के लिए कामर्शियल कंट्रोल जबलपुर और झांसी मंडल को टेलीफोनिक मैसेज दिया गया, ललितपुर में सुथार के लिए लेकिन कुछ सुथार नहीं हुआ , फिर उस जगह के पैसेंजर को सागर के बाद दूसरी सीटों पर एडजस्ट किया गया.