जबलपुर, देशबन्धु. प्रदेश के प्रस्तावित हाईस्पीड कोरीडोर में दो कॉरिडोर जबलपुर की झोली में भी आ गए हैं इनमें से एक भोपाल-जबलपुर ग्रीनफील्ड हाई स्पीड कॉरिडोर जहां शहर से भोपाल की राह आसान करेगा वहीं दूसरा प्रयागराज जबलपुर-नागपुर कॉरिडोर शहर के नागरिकों के लिए न सिर्फ नागपुर बल्कि प्रयागराज की राह भी आसान करेगा.
इस संबंध में प्रदेश में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दौरान एक लाख करोड़ रुपए के समझौते पर हस्ताक्षर किए पाए. इसके चाहत प्रदेश में 4 हजार 10 किलोमीटर लंबी सड़कों का निर्माण किया जाएगा, जिसनें हाई-स्पीड कॉरिडोर और नए चाईपास शामिल हैं. राज्य में बनेगा 4 हजार 10 किलोमीटर लंबा हाईवे नेटवर्क-राज्य सरकार और राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमप्राधिकरण एनएचएआई के बीच हुए लाख करोड़ रुपए के एमओयू के तहत करीब 4 हजार 10 किलोमीटर सड़कें बनाए जाने का प्रस्ताव है.
नए हाईस्पीड कॉरिडोर और एक्सप्रेसवे समझौते के तहत कई महत्वपूर्ण हाईस्पीड कॉरिडोर और एक्सप्रेसवे बनाए जाएंगे. इनमें भोपाल-इंदौर ग्रीनफील्ड हाई स्पीड कॉरिडोर, भोपाल जबलपुर ग्रीनफील्ड हाई-स्पीड कॉरिडोर, प्रयागराज जबलपुर-नागपुर कॉरिडोर जैसे प्रमुख रास्ते शामिल है. इसके साथ ही, कई शहरों में बाईपास और चार लेन मार्ग भी बनाए जाएंगे.
मध्य प्रदेश का होगा ट्रांसपोर्ट नेटवर्क और मजबूत मध्य प्रदेश का ट्रांसपोर्ट नेटवर्क इस विकास के बाद और भी मजबूत होगा. खासतौर पर इंदौर और भोपाल के बीच कनेक्टिविटी को बेहतर कनाने के लिए कई हाई स्पीड कॉरिडोर चनेंगे इसमे राज्य के भीतर और बाहर जाते के जन्ते और भी सुगम होगे.