जबलपुर, देशबन्धु. गर्मी के शुरुआती दौर में जनता के साथ साथ प्रशासन का भी दम फूलने लगा है. एक ओर पारा 42 डिग्री के पार जा रहा है, जिससे जनता दिन में घरों में दुबक रही है पानी रसातल मे जाने से हैंडपंप और नल हवा फेंक रहे हैं. ऐसे में पानी सप्लाई का दबाव टैंकरों पर आ गया है, और इसका भरपूर फायदा टैंकर माफिया उठा रहे हैं. जलसंकट की गम्भीरता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि कलेक्टर ने 30 जून तक सरकारी और निजी बोरिंग पर प्रतिबंध लगा दिया है.
आधारताल में लगभग 70 टैंकरों से पानी की सप्लाई हो रही है!
आधारताल के अनेक क्षेत्रों में पानी के लिए लोग टैंकर की आस में इंतजार करते रहते हैं मोहनिया, भड़पुरा, संजय नगर आदि क्षेत्रों में संकट अभी से गहरा रहा है. वहीं रांझी में भी जल संकट दस्तक देने लगा है, मुन्नू टोरिया, नानक नगर आदि क्षेत्रों में भी दर्जन भर से ज्यादा टैंकर क्षेत्र के जनता की प्यास बुझाने में लगे हुए हैं.
शहर के अन्य क्षेत्र में भी जल संकट की दस्तक होने लगी है. गंगानगर, शारदा चौक और धनवंतरी नगर आदि के क्षेत्रों को जल समस्या की वजह गुलौआ टंकी से पानी सप्लाई से जुड़ी हुई है. जानकार बताते हैं कि गुलौआ टंकी से पहले निचले क्षेत्रों यादव कलोनी और गढ़ा क्षेत्र को पानी दिया जाता है, और इसके बाद गंगानगर, शारदा चौक और धनवंतरी नगर आदि क्षेत्रों को पानी दिया जाता है, चूँकि ये
ऊंचाई वाले क्षेत्र है, और साथ ही टंकी में पहले ही पानी कम हो चुका होता है, जिससे प्रेशर कम होने कारण साथ ही ऊंचाई वाले क्षेत्रों में टंकी में पानी होने के बाद भी लोगों के घरों तक नहीं पहुंच पाता.
ये बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि शासन पेयजल सभी को उपलब्ध कराने के लिए कितने बड़े बड़े अभियान चला रहा है, जल जीवन मिशन, अमृत योजना, हर घर नल जल योजना के बाद भी पानी अभी भी लोगों से दूर है. यहां गौरतलब है सरकार अरबों रुपए खर्च कर चुकी घरों में नल तो पहुंच गए, मगर पानी कब आएगा कोई बताने तैयार नहीं पानी की टंकियां बन चुकीं हैं, लेकीन अभी उनसे पानी सप्लाई शुरू नहीं हुई.
इनका कहना है
जलसंकट वाले क्षेत्रों पर नजर रखी जा रही है, और आवश्यकता को देखते हुए अतिरिक्त टैंकर भेजे जाएंगे.
कमलेश श्रीवास्तव, कार्य पालन यंत्री नगर निगम