जबलपुर, देशबन्धु. नवरात्र महंगाई इस कदर हावी हो गई है कि भाव आसमान की ऊंचाई को छू रहे हैं. आलम यह है कि फुटकर में एक नीबू 10 रूपए के भाव से विक रहा है. दरअसल गीबू की तेजी के पीछे के प्रमुख कारण कम उत्पादन और गर्मी सीजन के चलते मांग बढ़ना माना जा रहा है.
कहा यह भी जा रहा है कि आने वाले दिनों में नवरात्र पर्व के चलते मांग में और इजाफा होने से कीमतों में और ऊछाल आ सकता है. आम उपभोक्ता ऊंचे भाव के चलते फिलहाल नीबू के स्वाद से दूरी बना रहे हैं और भाव घटने का इंतजार कर रहे हैं. पर्व के पहले ही नीयू में
आलू, प्याज के दाम घटे आपारिक सूत्रों के मुताबिक उत्पादक क्षेत्रों से आपूर्ति का दवाव बढ़ने से एक बार फिर से आलू, प्याज की कीमतों में गिरावट का दौर शुरू हो गया है. फुटकर में आलू की कीमत 25 रुपए से घटकर 20 रूपए किलो पर आ गया है. इस प्रकार आलू 5 रूपए प्रति किलो की गिरावट आ चुकी है. जबकि प्याज की कीमत 15 रुपए घटकर 20 से 25 किलो तक गई है. टमाटर के निचले भाव में किसानों को अब भी नुकसान फुटकर में टीटर की कीमत अभी भी 10 रूपए किलो पर बनी हुई है.
हरी सब्जियों के दाम ऊंचे
गर्मी सीजन के आते ही हरी सब्जियों की आवक भी धीरे-धीरे घटने लगी है, जिससे भाव भी चढ़ रहे हैं. फुटकर में भिण्डी, करेला, तुरई, शिमला मिर्च के दाम बढ़कर 60 रूपए से लेकर 80 रूपए किलो पर पहुंच चुके हैं. जबकि पालक, लाल भाजी पूर्व की तरह 20 रूपए किलो के भाव से बिक रहे हैं. वहीं भटा के दाम घटकर 20 से 30 रूपए किलो पर आ गए हैं.
धनिया 30 तो हरी मिर्च 40 रूपए किलो पर
फुटकर सब्जी बाजार में धनिया और निचों के दाम में भी तेज गिरावट देखने को मिल रही है. एक तरफ हरी धनिया 30 रूपए किलो पर बिक रही है वहीं हरी मिर्च 40 रूपए किलों के भाव पर बिक रही है.
रूपए में पेड़ किलो तक विक रहा है. टमाटर के घटते भाव से किसानों को अभी भी नुकसान के दौर से गुजरना पड़ रहा है. जानकारों की माने तो किसानों को टमाटर के भाव 2 में 3 रुपए किलो मिल रहे हैं. जिये तुकाई को लागत भी वसूल हो हो रही है. हालाकि लोकल आपूर्ति बद होने पर आने वाले दिनों में टमाटर की कीमतों में इजाफा देखने को मिल सकता है.