कोलकाता. साउथ कोलकाता लॉ कॉलेज की 24 वर्षीय छात्रा के साथ हुए कोलकाता गैंगरेप केस ने पूरे शहर को दहला दिया है. इस दर्दनाक घटना ने एक बार फिर महिलाओं की सुरक्षा को लेकर राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. पुलिस ने इस मामले में अब तक चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें मुख्य आरोपी मनोजीत मिश्रा शामिल है.
ब्लैकमेलिंग के लिए बनाई गई वीडियो क्लिपिंग:
पुलिस सूत्रों के अनुसार, मनोजीत मिश्रा ने न केवल छात्रा से दुष्कर्म किया, बल्कि उसने अपने मोबाइल फोन से इस घिनौनी वारदात की वीडियो रिकॉर्डिंग भी की. यही नहीं, एक अन्य आरोपी ने कॉलेज परिसर के सुरक्षा गार्ड रूम की खिड़की से बाहर से इस कृत्य का वीडियो बनाया. पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया है कि उन्होंने पीड़िता को ब्लैकमेल करने के इरादे से यह सब किया.
जांच अधिकारियों का कहना है कि यह घटना पूरी तरह से सुनियोजित थी और इसका मकसद पीड़िता को मानसिक रूप से प्रताड़ित करना था. आरोपियों के मोबाइल से अपराध से जुड़ी वीडियो क्लिपिंग और तस्वीरें बरामद की गई हैं.
राष्ट्रीय महिला आयोग ने उठाए सवाल:
राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य अर्चना मजूमदार ने रविवार को कॉलेज का दौरा किया. उन्होंने कॉलेज प्रशासन और पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा, “पुलिस सहयोग नहीं कर रही है. ऐसा लगता है कि कई तथ्य जानबूझकर छिपाए जा रहे हैं. पीड़िता का परिवार भारी दबाव में है और उनका ठिकाना स्पष्ट नहीं है.” मजूमदार ने बताया कि पुलिस ने उन्हें घटनास्थल का वीडियो रिकॉर्ड करने से भी रोक दिया.
प्रयागराज बवाल: 50 गिरफ्तार, 40 से ज्यादा बाइकें सीज, उपद्रवियों पर लगेगा NSA
भाजपा का ‘कन्या सुरक्षा मार्च’:
इस जघन्य घटना के विरोध में भारतीय जनता पार्टी ने रविवार शाम को ‘कन्या सुरक्षा मार्च’ निकाला. रैली का नेतृत्व विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने किया. भाजपा कार्यकर्ताओं ने हाथों में मशाल लेकर न्याय की मांग की और राज्य सरकार पर महिला सुरक्षा में विफल रहने का आरोप लगाया.