जबलपुर, देशबन्धु. कोटा, रेलवे बोर्ड दिल्ली मुख्यालय द्वारा नियम विरुद्ध कार्य करने और कर्मचारियों की मनमानी किए जाने पर शिकंजा कसना शुरू किया जा रहा है. रेलवे बोर्ड दिल्ली के कार्यपालक निदेशक (सतर्कता) दिलीप सिंह ने इस संबंध में पमरे के जबलपुर जोन सहित अन्य सभी जोनल महाप्रबंधक कार्यालय में पदस्थ मुख्य सतर्कता अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे नियमविरुद्ध कार्य करने और विभाग को नुकसान पहुंचाने वाले कर्मचारियों के विरुद्ध तत्काल कार्रवाई कर रोक लगाई जाए.
इसी कड़ी में मुख्य सतर्कता अधिकारी जबलपुर नीरज कुमार के निर्देशन में 5 अक्टूबर को ट्रेन नंबर 12471 स्वराज एक्सप्रेस, जो कि बांद्रा से कोटा के लिए संचालित की जा रही थी, उस ट्रेन में कंडक्टर एवं एक उपमुख्य टिकट निरीक्षक को अचानक सतर्कता निरीक्षकों की टीम ने पकड़ा और इन दोनों कर्मचारियों की शासकीय राशि एवं निजी राशि का भौतिकी सत्यापन किया गया.
इस दौरान जब इनकी राशि की गिनती की गई तो एक कंडक्टर के पास 16 हजार 798 रुपये और दूसरे टिकट निरीक्षक के पास से 7580 रुपये की राशि अधिक पाई गई. इन दोनों कर्मचारियों से जब मुख्य सतर्कता निरीक्षकों की टीम ने पूछताछ की तो यह दोनों इस राशि के संबंध में किसी भी प्रकार का संतोषजनक उत्तर नहीं दे पाए.
इस राशि को बुकिंग कार्यालय में जमा कराया गया है. मुख्य सतर्कता निरीक्षकों की टीम द्वारा इन दोनों के विरुद्ध प्रकरण पंजीबद्ध करते हुए मामले की जांच प्रारंभ कर दी है. जानकारी के अनुसार, ये दोनों कर्मचारी पश्चिम रेलवे मुम्बई जोन के हैं. मामले को पश्चिम रेलवे मुम्बई भेजा जाएगा.