लालबर्रा, देशबन्धु. थाना लालबर्रा पुलिस की कार्यप्रणाली एक बार फिर सवालों के घेरे में है। खोंगाटोला (मोहगांव) निवासी राकेश नगपुरे ने 23 मई दिन शुक्रवार को बालाघाट एसपी से मिलकर गंभीर आरोप लगाए हैं कि थाना लालबर्रा पुलिस ने उनके ऊपर हुए धारदार हथियार से जानलेवा हमले के मामले को दबाने और आरोपियों को बचाने के लिए हल्की धाराएं लगाई हैं।
राकेश ने कहा कि 20 मई को थाना लालबर्रा पुलिस ने न केवल मामले को हल्के में लिया,बल्कि उनकी जान जोखिम में डालते हुए गंभीर रूप से घायल होने के बावजूद रिपोर्ट दर्ज करने में अनावश्यक देरी की।
राकेश नगपुरे के अनुसार, घटना उस समय की है जब वे गांव में रास्ते पर खूटे गाड़ने को लेकर अनावेदकों को समझा रहे थे। इस बात पर अनावेदकगण आगबबूला हो गए और गालियां देने लगे।
बाद में उन्होंने राकेश नगपुरे और उनके भाई श्याम नगपुरे पर कुल्हाड़ी और डंडों से प्राणघातक हमला कर दिया। इस हमले में राकेश की हथेली कट गई और गर्दन पर गंभीर चोट आई,जबकि श्याम के हाथ में भी गंभीर चोट लगी।
हल्ला सुनकर जब राकेश के माता-पिता मौके पर पहुंचे, तो अनावेदकगण ने उनके साथ भी धक्का-मुक्की और मारपीट की।
सबसे हैरान करने वाली बात यह रही कि जब राकेश नगपुरे थाने अपनी रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचे,तो पुलिस ने उन्हें घंटों बैठाए रखा,टालमटोल करती रही और अंतत: सिर्फ मामूली धाराएं 296, 115(2), 351(2), 3(5) बीएनएस दर्ज कर लीं,जबकि मामला सीधा-सीधा जानलेवा हमले का था।
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राकेश ने आरोप लगाया कि अनावेदकों का जीजा राजेश पाठक जी कि बांदा कंपनी में वाहन चालक है, लगातार पुलिस पर दबाव बना रहा था, जिसके चलते पुलिस ने हल्की धाराएं लगाकर पूरे मामले को दबाने की कोशिश की।
राकेश का आरोप है कि आरोपी खुलेआम धमकी दे रहे हैं कि हमने थाना लालबर्रा को रुपये से खरीद लिया है,हमारा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता।
हमारी पहुंच भोपाल तक है,कोई भी अधिकारी हमारे खिलाफ एफआईआर नहीं कर सकता। ऐसे में पीड़ित परिवार खुद को पूरी तरह असुरक्षित महसूस कर रहा है।
राकेश नगपुरे ने एसपी से मांग की है कि इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच करवाई जाए और दोषी पुलिसकर्मियों पर भी सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि पीड़ितों को न्याय मिल सके और दबंगई करने वालों के हौसले पस्त हों।
गांव के लोगों में इस घटना को लेकर गहरा आक्रोश है। उनका कहना है कि यदि समय रहते कड़ी कार्रवाई नहीं की गई,तो आरोपी और भी ज्यादा दुस्साहसी होकर गांव का माहौल बिगाड़ सकते हैं।