सतना, देशबन्धु. जनपद पंचायत रामपुर बाघेलान के ग्राम पंचायत अकौना अंतर्गत आने वाले मलहटी टोला में शासकीय स्कूल भवन का निर्माण गांव के दबंग नहीं होने दे रहे हैं। स्थल चयन, भवन निर्माण के साथ बजट स्वीकृत करा दिया गया है, लेकिन भूमि अतिक्रमणकारियों के कब्जे में होने के चलते सभी जिम्मेदार हांथ में हांथ रख कर बैठे हुए हैं।
तो वहीं दूसरी ओर भवन अभाव में बच्चे कच्चे माकान में बैठने को मजबूर हैं। कुल मिलाकर के प्रशासन पर दबंग पूरी तरह से हावी होकर दमदार कब्जा जमाए बैठे हैं। परिणाम सामने हैं कि दो वर्ष बीत जाने के बाद भी शासकी स्कूल भवन का निर्माण नहीं शुरू हो पाया है।
बेदखल किया फिर कर लिया अतिक्रमण
सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात तो यह है कि तहसीलदार द्वारा उक्त शासकीय भूमि से दबंगों को बेदखल किया जा चुका है। शासकीय भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराने के कुछ समय बाद फिर से उक्त भूमि पर दबंगों ने अतिक्रमण कर लिया है। बताया गया है कि दबंगों ने उक्त भूमि पर जबरियन जोत कर कब्जा किये हुए हैं। दबंगों के इस दमदार रसुूख की बदौलत प्रशासन पूरी तरह से मौन है। यही वजह है कि शासकीय निर्माण कार्य स्वीकृत होने के बाद भी नहीं हो पा रहे हैं।
एक नजर मामले पर
जनपद पंचायत रामपुरबाघेलान के ग्राम पंचायत अकौना अतर्गत आने वाले मलहटी टोला में प्राथमिक शाला कच्चे और निजी मकान म संचालित है। स्कूल भवन अभाव होने के कारण जिला शिक्षा केन्द्र सतना मप्र द्वारा 18अगस्त 22 को अतरिक्त कक्ष सहित स्वच्छ भारत अभियान मद से शौचालय की स्वीकृति जारी की गई। साथ ही जिले के सहायक यंत्री द्वारा जारी तकनीकी स्वीकृति के आधार पर वित्तीय एवं प्रशासनिक स्वीकृति भी दी गई। जिसके बाद शासकीय आराजी नम्बर 711 रकवा 3.29हे. के अंश भाग में स्कूल भवन के साथ-साथ बालिका शौंचालय का निर्माण कार्य कराया जाना प्रस्तावित है।
तहसीलदार से लगा चुके हैं गुहार
ग्राम पंचायत अकौना सरपंच श्रद्धा-अनुराग सिंह ने उक्त मामले को लेकर तरहसीलदार कोटर से तीन माह पहले शिकायती आवेदन देकर शासकीय कार्य में रोड़ा बनने वालों के अलावा अतिक्रमणकारियों पर कार्रवाई करने वालों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर आवेदन दे चुके हैं। दिये गये आवेदन में कहा कि एक बार अतिक्रमण पुलिस बल के साथ हटाया गया किसी तरह से काम शुरू हुआ लेकिन कुछ समय बाद बारिश का समय आ गया। जिसके बाद से काम नहीं हो पाया। काम कुछ दिनों तक जैसे बंद रहा तो फिर से अतिक्रमण हो गया है। जब तक इन दबंगों शायकीय भूमि को खाली नहीं कराया जाता तब तक निर्माण कार्य नहीं हो सकता।
इन्होंने किया कब्जा
इस संबंध में हल्का पटवरी अकौना से उक्त भूमि का प्रतिवेदन मांगा गया था। जिसके चलते हल्का पटवारी ने 12दिसम्बर को दिये गये प्रतिवेदन में बताया है कि शासकीय आराजी नम्बर 711 रकवा 3.29हे.का जांच किया गया। जिसमें पाया गया कि तहसीलदार महोदय व पूर्व पटवारी द्वारा थाना प्रीाारी की मौजूदगी में राजेश सिंह बघेल पिता शिवबहादुर सिंह बघेल से उक्त आराज को मुक्त कराया गया था। लेकिन वर्तमान में राजेश सिंह बघेल पिता शिवबहादुर सिंह बघेल द्वारा जोत कर कब्जा कर लिया गया है।