सतना, देशबन्धु। जल गंगा संवर्धन अभियान में सतना और मैहर जिले में बन रही लोक निर्माण विभाग की सडकों के लिए मिट्टी खुदाई स्थल को सरोवर की जल संरचना का रूप देकर लोक कल्याण सरोवर बनाने का नवाचार किया गया है। इन संरचनाओं के निर्माण में शासकीय धन राशि का शून्य व्यय किया जाता है। सतना और मैहर जिले में लोक निमाज़्ण विभाग द्वारा सडक निर्माण के लिए मिट्टी खुदाई के स्थलों को सरोवर का रूप देने जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत 15 स्थलों पर कार्य किया गया है।
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दे देते हैं सरोवर का रूप
लोक निर्माण विभाग सतना संभाग के कायज़्पालन यंत्री बीआर सिंह ने बताया कि जल गंगा संवर्धन अभियान के दौरान सडक निर्माण के लिए जिन स्थानों से मिट्टी या मुरूम कार्यकारी एजेंसी के ठेकेदार खनन करते हैं। उस स्थान को सुरक्षित कर ठेकेदारों द्वारा मशीनों के माध्यम से उसे सरोवर का रूप दे देते है। इस प्रकार सडकों के निर्माण के लिए मिट्टी खुदाई से बनाये गये लोक कल्याण सरोवर में कोई राशि व्यय नहीं की जाती है। इन सरोवरों से बरसात का पानी इक_ा होता है और क्षेत्र का जल स्तर भी सुधरता है। कायज़्पालन यंत्री ने बताया कि इन लोक कल्याण सरोवरों के किनारे इस बरसात में वृक्षारोपण भी कराया जायेगा और ट्री गाडज़् से उन पौधों की सुरक्षा भी की जायेगी।
यहां हुआ निर्माण
सतना संभाग के अंतर्गत मझगवां के गुलवार कोठार मार्ग पर 2 करोड 22 लाख रूपये लागत से निर्मित सडक के लिए गोविन्दपुर में मिट्टी खुदाई के स्थल पर मेसर्स एसबीआर कन्स्ट्रक्शन कंपनी ने 27 हजार 600 वर्ग मीटर क्षेत्रफल का लोक कल्याण सरोवर बनाया है। इसकी जल क्षमता 69 हजार घन मीटर पानी संग्रहित करने की है। इसी प्रकार 16 किमी लम्बाई के 14 करोड 38 लाख रूपये से निर्मित होने वाले न्यू मिरगौती के आंतरिक मार्ग निर्माण के मिट्टी खुदाई स्थल न्यू मिरगौती में मेसर्स राजीव कन्स्ट्रक्शन कंपनी द्वारा 18 हजार वर्ग मीटर क्षेत्रफल का लोक कल्याण सरोवर विकसित किया है। इसकी जल संग्रहण क्षमता 37 हजार 800 घन मीटर है।