जबलपुर. माध्यमिक शिक्षा मंडल (एमपी बोर्ड) ने इस साल से 10वीं और 12वीं के छात्रों के लिए एक नई परीक्षा प्रणाली लागू की है. अब छात्रों को पूरक परीक्षा (सप्लीमेंट्री परीक्षा) का सामना नहीं करना पड़ेगा. यानि इस बार या तो छात्र उत्तीर्ण होंगे या फिर अनुतीर्ण. जो छात्र कुछ विषयों में अनुतीर्ण होंगे वे वे जुलाई और अगस्त में दूसरी परीक्षा में शामिल हो सकेंगे. नई परीक्षा प्रणाली छात्रों के लिए एक बड़ा बदलाव साबित हो सकती है.
अब छात्रों को दो बार परीक्षा देने का मौका मिलेगा, जिससे उनकी सफलता की संभावना और भी बढ़ जाएगी. इस बदलाव से विद्यार्थियों को सफलता पाने का नया मार्ग मिलेगा, और उनकी मेहनत का सही फल मिलेगा. पिछले साल 10वीं में 42 फीसद और 12वीं में 64.49 फीसद छात्रों ने परीक्षा उतीर्ण की थी.
10वीं में 1,15,839 छात्रों को सप्लीमेंट्री मिली थी, जबकि 12वीं में 1,04,727 छात्रों को सप्लीमेंट्री का अवसर प्राप्त हुआ था. यह आंकड़े दर्शाते हैं कि इस व्यवस्था में हर साल कई छात्र परीक्षा में असफल होते थे लेकिन अब नए बदलाव से छात्रों को अधिक अवसर मिलेगा.
सप्लीमेंट्री का प्रावधान खत्म
इस बदलाव के बाद अब अगर छात्र किसी भी विषय में फेल होते हैं, तो उन्हें जुलाई और अगस्त में आयोजित होने वाली दूसरी परीक्षा में बैठने का मौका मिलेगा. यह परीक्षा उन्हीं छात्रों के लिए होगी जो पहली परीक्षा में फेल हुए हैं. खास बात यह है कि छात्र कितने भी विषयों में फेल हों, वे दूसरी परीक्षा में शामिल हो सकते हैं.
अंक सुधार के लिए परीक्षा
जो छात्र पहली परीक्षा में पास हो जाएंगे, वे अंक सुधार के लिए भी दूसरी परीक्षा में शामिल हो सकते हैं. हालांकि, इस परीक्षा में छात्र पहले परीक्षा में लिए गए विषय नहीं बदल सकेंगे. इस बदलाव से छात्रों को अपनी कठिनाईयों से उबरने का अवसर मिलेगा और वे अपने परिणाम को बेहतर बना सकते हैं.
आगामी परीक्षा और रिजल्ट
बोर्ड के अधिकारियों के अनुसार, परीक्षा परिणाम मई के पहले सप्ताह में घोषित हो सकते हैं. इसके बाद जुलाई में द्वितीय परीक्षा का आयोजन किया जाएगा. इसमें पहली परीक्षा में शामिल होने वाले छात्र ही भाग ले सकेंगे.
छात्रों के लिए नए अवसर
नई व्यवस्था के तहत, जो विद्यार्थी दूसरी परीक्षा में बैठने के योग्य होंगे, उन्हें कक्षा में अस्थायी प्रवेश मिल सकेगा. अगर वे दूसरी परीक्षा में सफल होते हैं, तो उनकी उपस्थिति को भी माना जाएगा. इस कदम से छात्रों को परीक्षा में सुधार का एक और मौका मिलेगा, जो उन्हें अपनी मेहनत का सही परिणाम पाने का अवसर देगा.