जबलपुर. मध्यप्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय (एमपीएमएसयू) में नर्सिंग छात्रों के भविष्य पर एक बार फिर संकट के बादल मंडरा रहे हैं. एक बार फिर उनकी परीक्षाओं की तारीख टल गई है. इस देरी से उनके करियर, नौकरी और इंटर्नशिप के अवसरों सहित कुल मिलाकर भविष्य पर गंभीर असर पड़ सकता हैं. नर्सिंग के छात्रों के लिए किसी बुरी खबर से कम नही है.
क्योंकि मध्यप्रदेश के आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय ने बीएससी, एमएससी और पीआरबीएससी नर्सिंग की परीक्षाओं को मार्च से आगे बढ़ा दिया है. अब यह परीक्षा अप्रैल और मई में आयोजित की जाएगी. यह निर्णय छात्रों के लिए एक बड़ा झटका है, क्योंकि पहले से ही उनकी परीक्षाओं में काफी देर हो चुकी है.
परीक्षाओं में लगातार देरी
नर्सिंग के छात्रों की परीक्षा में देरी कोई नई बात नहीं है. 2020-21 और 2021-22 बैच के छात्रों की परीक्षा पहले ही 4 साल की देरी से हो रही है. वहीं, 2019-20 बैच के बीएससी नर्सिंग चौथे वर्ष के छात्रों के लिए तो अब तक कोई परीक्षा नहीं हुई है. अब एक बार फिर से परीक्षा की तारीखें बदलने से छात्र असमंजस में हैं. इसके चलते उनकी नौकरी और इंटर्नशिप पर भी खतरा मंडरा रहा है. छात्रों का कहना है कि अब तक इन परीक्षाओं की तारीखें 4 बार बदल चुकी हैं, जिससे उनकी डिग्री और करियर में बहुत ज्यादा असमंजस पैदा हो गया है.
भविष्य पर मंडरा रहा संकट
परीक्षाओं में हो रही इस देरी से छात्रों के नौकरी और इंटर्नशिप के अवसर भी अत्यधिक विपरीत असर हो रहे हैं. कई छात्र इंटर्नशिप के लिए आवेदन कर चुके थे लेकिन परीक्षा में देरी के कारण वे किसी भी स्वास्थ्य संस्थान में अपना इंटर्नशिप पूरा नहीं कर पा रहे हैं. साथ ही, जिन छात्रों को नौकरी के प्रपोजल मिले थे, उन्हें भी इस देरी के कारण परेशानी हो रही है. कई छात्र अपने करियर को लेकर चिंतित हैं क्योंकि उनके डिग्री प्रमाण पत्र अब तक जारी नहीं हो पाए हैं. कुल मिलाकर अनेक विद्यार्थियों के भविष्य पर संकट मंडरा रहा हैं.
कहीं नहीं हो रही सुनवाई
नर्सिंग छात्रों ने इसके विरोध में कई बार आवाज उठाई लेकिन उनका कहना है कि सरकार और विश्वविद्यालय इस समस्या पर ध्यान नहीं दे रहे हैं. विद्यार्थियों की मांग हैं कि उन्हें इस समस्या का समाधान जल्दी से जल्दी निकालना चाहिए. छात्रों का यह भी कहना है कि अगर यह देरी और जारी रहती है तो उनका भविष्य अंधेरे में चला जाएगा. वे चाहते हैं कि उन्हें समय पर परीक्षा देने का अवसर मिले ताकि वे अपनी शिक्षा पूरी कर सकें और करियर में आगे बढ़ सकें.