भोपाल. मध्य प्रदेश में मानसून ने रफ्तार पकड़ ली है और अगले कुछ दिनों तक पूरे प्रदेश में झमाझम बारिश का सिलसिला जारी रहेगा. भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने बताया कि चक्रवात और मानसून द्रोणिका के असर से प्रदेश के कई हिस्सों में भारी से अति भारी बारिश होने की संभावना है.
आज 4 जुलाई को 7 जिलों में अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट:
मंडला, डिंडौरी, बालाघाट, श्योपुर, शिवपुरी, गुना और जबलपुर में अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है. वहीं, 23 अन्य जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है. इन इलाकों में 4 से 8 इंच तक बारिश हो सकती है.
5 जुलाई शनिवार:
अति भारी बारिश का अलर्ट: मंदसौर, राजगढ़, विदिशा, सागर, रायसेन, सिवनी, मंडला, डिंडौरी और बालाघाट.
भारी बारिश की संभावना: उज्जैन, रतलाम, नीमच, धार, आगर-मालवा, शाजापुर, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, नर्मदापुरम, नरसिंहपुर, जबलपुर, दमोह, पन्ना और कटनी.
6 जुलाई रविवार:
अति भारी बारिश का अलर्ट: जबलपुर, कटनी, सिवनी, मंडला, डिंडौरी, बालाघाट, रतलाम और धार.
भारी बारिश का अलर्ट: झाबुआ, नीमच, राजगढ़, श्योपुर, ग्वालियर, सागर, पांढुर्णा, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, दमोह, पन्ना, सतना, उमरिया, मैहर, शहडोल और अनूपपुर.
7 जुलाई सोमवार:
भारी बारिश का अलर्ट: राजगढ़, देवास, विदिशा, सीहोर, हरदा, रायसेन, नर्मदापुरम, बैतूल, पांढुर्णा, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, जबलपुर, सिवनी, बालाघाट, मंडला, डिंडौरी और अनूपपुर.
बाकी जिलों में: हल्की से मध्यम बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी.
बाढ़ का खतरा, सिंधु नदी उफान पर
लगातार बारिश से कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं, विशेष रूप से शिवपुरी और मंडला जिले में. सिंधु नदी उफान पर है, जिससे अटल सागर डैम के दो गेट खोलने पड़े हैं. ग्रामीण इलाकों में जनजीवन प्रभावित है.
क्यों हो रही है इतनी बारिश?
IMD के अनुसार, वर्तमान में कई मौसमी सिस्टम सक्रिय हैं:
मानसून द्रोणिका बीकानेर से बंगाल की खाड़ी तक फैली है.
पश्चिमी राजस्थान, उत्तर-पूर्वी मध्यप्रदेश, और पश्चिम बंगाल में ऊपरी हवा में चक्रवातीय सिस्टम.
अरब सागर से बंगाल की खाड़ी तक द्रोणिका रेखा बनी हुई है.
इन सभी प्रणालियों के कारण मध्य प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में भारी बारिश हो रही है.
सलाह:
नदी-नालों से दूर रहें.
यात्रा करने से पहले मौसम अपडेट जरूर देखें.
प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का पालन करें.