प्रयागराज, लखनऊ, भोपाल, कटनी, सतना, रीवा देशबन्धु. यूपी के प्रयागराज महाकुंभ 2025 में जहां दुनिया की सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक बन गया है. वहीं, इस महाकुंभ में कई और रिकॉर्ड भी कायम कर लिए हैं. ऐसे ही महाकुंभ ने महाजाम का रिकॉर्ड भी दर्ज कर लिया है.
प्रयागराज इन दिनों दुनिया के सबसे ज्यादा जाम वाले शहरों में एक बन गया है. जहां 1-2 घंटे नहीं, बल्कि पिछले 72 घंटे से चारों तरफ भीषण जाम देखने को मिल रहा है. यही नहीं मध्यप्रदेश के सतना और कटनी बॉर्डर से लेकर 300 किलोमीटर प्रयागराज तक महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं के रेला जारी है. जहां भीषण जाम को देखते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने खास अपील की है. डॉ. यादव ने प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देशित किया है कि- जाम में फंसे लोगों के भोजन पानी और अन्य जरूरी व्यवस्थाएं तत्परता से की जाएं. महाकुंभ 2025 प्रयागराज के स्थानीय लोग तो जीवन भर याद रखेंगे.
वहीं, देश के कौन-कौन से आने वाले श्रद्धालु भी जाम को कभी भूल नहीं पाएंगे. क्योंकि ना तो प्रयागराज के स्थानीय लोग स्कूल अस्पताल या जरूरी सेवाओं का लाभ ले पा रहे हैं. इसके साथ ही ना तो यहां आने वाले श्रद्धालु समय से प्रयागराज संगम पहुंच पा रहे हैं. वहीं, 2 किलोमीटर की दूरी 10 घंटे में भी नहीं तय हो पा रही है.
प्रयागराज महाकुंभ का आलम यह है कि यहां आने वाले श्रद्धालु अब वापस लौटने लगे हैं. क्योंकि इधर दिल्ली और कानपुर की तरफ से आने वाली सड़क भी 30 किलोमीटर पहले से ही जाम में फंसी हुई थी. वहीं, मध्य प्रदेश की तरफ से आने वाली सड़क पर तो गाड़ी जाम से निकलने का नाम तक नहीं ले रही है. यही हाल बनारस की तरफ से आने वाले श्रद्धालुओं का है. ऐसे में प्रयागराज महाकुंभ आने वाले सभी रास्तों पर जाम लगा हुआ है.
काशी-अयोध्या में भी भारी भीड़
मान्यता है कि प्रयागराज संगम में स्नान के उपरांत काशी, बनारस में बाबा विश्वनाथ के दर्शन और गंगा में स्नान से कुंभ स्नान का फल पूर्ण होता है. इस अवधारणा के चलते बड़ी संख्या में संगम में डुबकी लगाने वाले साधु संत और श्रृद्धालु काशी पहुंच रहे हैं. ऐसा ही हाल अयोध्या का है जहां भव्य राम मंदिर दर्शन हेतु बड़ी संख्या में श्रृद्धालु पहुंच रहे हैं और हालात ये बन गए हैं कि इन दोनों जिलों में भारी जाम और भीड़ की स्थिति है.
महाजाम के चलते कई विवाह टल रहे
महाजाम के चलते उप्र और मप्र के कई जिलों में यातायात की स्थिति बदतर हो गई है. रविवार को जबलपुर, कटनी, मैहर, रीवा समेत कई इलाकों में 200 से 300 किलोमीटर लंबा जाम लग गया. इस भीषण जाम का असर शादी समारोहों पर भी पड़ा है. मेहमानों के न पहुंच पाने के कारण कई परिवारों ने शादी की तारीख टाल दी है. कुछ समारोह स्थगित कर दिए गए हैं और इसकी सूचना आमंत्रितों को फोन पर दी जा रही है.