प्रयागराज. महाकुंभ में भगदड़ के दर्दनाक घटना के बाद प्रशासन ने बसंत पंचमी के स्नान के लिए विशेष तैयारियाँ की हैं. बसंत पंचमी, जो कि विशेष रूप से ज्ञान और विद्या की देवी माता सरस्वती की पूजा का दिन है, पर लाखों श्रद्धालुओं के स्नान करने की संभावना है.
जिलाधिकारी और मेला प्रशासन के अधिकारियों ने सभा में कहा कि भीड़ नियंत्रण के लिए कई नए उपाय किए जाएंगे. मेला क्षेत्र में सुरक्षा बलों की संख्या बढ़ाई जाएगी, जबकि सीसीटीवी कैमरों की संख्या में भी इजाफा किया जाएगा.
प्रशासन ने स्नान के दिन के लिए विशेष मार्ग चौकसी और ट्रैफिक प्रबंधन योजना बनाई है. श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए मुख्य स्नान घाटों पर इंतजाम किए जाएंगे. साथ ही, एम्बुलेंस और चिकित्सा किट के साथ उपस्थित स्वास्थ्य कर्मियों की तैनाती भी की जाएगी.
श्रद्धालुओं को सलाह दी गई है कि वे अपने अनुभवों की सतर्कता बरतें और आवश्यक सावधानियाँ अपनाएं. अधिकारियों ने यह भी कहा कि मेला स्थल पर आने वाले श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में धैर्यपूर्वक रहें और एक-दूसरे की मदद करें.
इस बार बसंत पंचमी को सकुशल मनाने के लिए प्रशासन ने सभी तैयारियाँ पूरी कर ली हैं, ताकि श्रद्धालु बिना किसी तनाव के अपने धार्मिक कर्तव्यों का पालन कर सकें.
महाकुंभ में भगदड़ के बाद अब बसंत पंचमी के स्नान पर फोकस है. दो बड़े स्नान पर्वों पर हुई घटना के बाद प्रशासन के सामने सबसे बड़ी चुनौती तीसरे और आखिरी अमृत स्नान पर्व यानि वसंत पंचमी की है. भीड़ नियंत्रण के लिए जोनल प्लान वसंत पंचमी पर पूरी तरह से लागू होगा