छतरपुर, देशबन्धु. महाराजा छत्रसाल रेलवे स्टेशन पर अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत यात्रियों की सुविधा के लिए 7 करोड की लागत से बनकर तैयार दूसरा फुट ओवरब्रिज यात्रियों के लिए शुरु हो गया है। साथ ही 20 कैमरों से रेलवे स्टेशन की हाईटेक निगरानी की जाएगी। रेलवे स्टेशन पर अत्याधुनिक तकनीक से डिजाइन किया गया जो नया फुट ओवरब्रिज बनाया है, वो 11 गार्डर पर खडा है और इसकी चौडाई 12 मीटर है। अब यात्रियों को एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म तक आने जाने के लिए और भी सुविधा बढ गई है।
अभी तक यहां केवल एक ही फुट ओवरब्रिज था। बता दें कि प्लेटफार्म पर यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए प्रवेश द्वार के साथ एप्रोच रोड के चौड़ीकरण सहित वेटिंग हाल का विस्तार किया गया है। स्टेशन के खंबों और दीवारों का सौंदर्यीकरण करके रिटेल और कैफेटेरिया बनाया गया है। इसके साथ सर्कुलेटिंग एरिया भी विकसित किया है। इसके अलावा रेल्वे स्टेशन पर 20 मीटर चौड़ा और 1 किमी लंबा रैक प्वाइंट भी बनाया है, जिससे माल की लोडिंग अनलोडिंग और यात्री ट्रैफिक दोनों सुगमता से हो सकेंगे।
मध्य रेल मंडल झांसी के पीआरओ मनोज कुमार सिंह ने बताया अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत रेलवे स्टेशन को नई पहचान देने के लिए आधुनिक तकनीक से डिजाइन किया यह फुट ओवरब्रिज कम समय में बनकर तैयार हुआ है। नवनिर्मित ओवरब्रिज रेलवे स्टेशन की सुविधा, संुदरता और आधुनिकता को भी बढ़ाएगा। कई अन्य विकास कार्य भी किए जा रहे हैं, इनमें से अधिकांश काम पूरे भी हो चुके हैं।
बाक्स 20 हाईटेक कैमरों से होगी स्टेशन की निगरानी
अब महाराजा छत्रसाल रेलवे स्टेशन पर 20 हाईटेक कैमरे पैनी नजर रखेंगे। ये कैमरे किसी संदिग्ध या अपराधी का चेहरा स्कैन करते ही सेंट्रल सिस्टम को अलर्ट भेजेंगे। रेलवे प्रशासन ने स्टेशन और नज़दीकी दूरियां गंज तथा ईशानगर स्टेशन पर कुल 20 आधुनिक कैमरे लगाने की योजना की पुष्टि की हैए जिनके माध्यम से सुरक्षा व्यवस्था और मजबूत होगी। इनमें अंधेरे में भी स्पष्ट इमेज प्राप्त करने की क्षमता होगी। बताया गया है इन कैमरों में वीडियो एनालिटिक्स और फेस.रिकॉग्निशन सॉफ्टवेयर लगा है जो स्टेशन में आने वाले सभी यात्रियों का डेटा सेंट्रल सर्वर पर भेजेेंगे, जिनका डेटाबेस से मिलान होते ही कैमरे से जुड़े अलार्म बजा देंगे।
जिससे सुरक्षा बलों को तुरंत सूचना मिल जाएगी। आरपीएफ समेत सुरक्षा में तैनात अफसर अपने मोबाइल फोन से भी इन कैमरों की निगरानी कर सकेंगे। इनका वीडियो डेटा 30 दिनों तक सहेजा जाएगा तथा यह सुविधा पहले से झांसी रेल मंडल के एक दर्जन से अधिक स्टेशनों पर लागू है और अब इसे छतरपुर में भी लागू किया जा रहा है।
स्टेशन पर इन कैमरों से चोरी, लूट सहित अन्य गतिविधियों पर भी नजऱ रखी जा सकेगी। भीड़.नियंत्रण व आपातकालीन स्थिति में त्वरित एक्शन भी लिया जा सकेगा। रेलवे से जुड़े तकनीकी स्रोतों की मानें तो नए कैमरे व सॉफ़्टवेयर लगाने और इनकी टेस्टिंग का पहला चरण पूरा होते ही पूरा सिस्टम काम करना शुरु कर देगा।