मझौली, देशबन्धु. जनपद पंचायत मझौली अंतर्गत ग्राम पंचायत रोजगार गारंटी योजना जिम्मेदारों के लिए कमाई का जरिया बनी है जबकि जरूरतमंद लोगों को ऐसे कामों में रोजगार भी नहीं मिल रहा है. ताजा मामला ग्राम पंचायत नौढ़िया का प्रकाश में आया है.
जहां पार्कोंलेशन टैंक निर्माण इंद्रपाल सिंह के घर के पास का निर्माण कार्य कराया जा रहा है वहीं रिकॉर्ड के मुताबिक 174000 रु मजदूरी भुगतान किया गया है जबकि ग्रामीणों ने बताया कि पूरा काम जेसीबी मशीन से कराया जाता है.
ग्रामीणों ने बताया कि यहां पहले वाटर सेड से तालाब का निर्माण कराया गया था उसी को ग्राम पंचायत द्वारा दूसरे निर्माण कार्य का नाम देकर जेसीबी से खुदाई की गई है. ग्राम पंचायत के जिम्मेदार सरपंच सचिव एवं रोजगार सहायक होते हैं जबकि निर्माण कार्य की निगरानी उपयंत्री के द्वारा की जाती है.
ऐसे में सवाल उठता है कि तालाब में नया निर्माण कार्य की स्वीकृत किस आधार पर दी गई है वहीं जब एक भी मजदूर काम नहीं किया है तो फर्जी मास्टर रोल के जरिए राशि आहरण कराई जाती है जिसमें भी उपरोक्त सभी की मिलीभगत से ही ऐसा संभव है.
इनका कहना है – यहां पर पहले वाटर सेड से तालाब निर्माण कराया गया था और इसी तालाब में ग्राम पंचायत द्वारा जेसीबी मशीन से खुदाई कराई जा रही है काम ग्राम पंचायत द्वारा कराया जाता है लेकिन सरपंच सचिव के दर्शन नहीं होते हैं उनके सगे संबंधी काम में आते हैं.
आनंद बहादुर सिंह, ग्रामीण,
टिकुरी टोला
सीईओ के द्वारा हमे जानकारी मिली थी जिसको संज्ञान में लेकर उपयंत्री को नोटिस जारी कर जांच जब तक न हो काम बंद करने के लिए निर्देशित की गई हैं.
सरिता सिंह, एसडीओ,
ग्रामीण यांत्रिकीय सेवा
आपके द्वारा मामला संज्ञान में दिया गया है और सहायक यंत्री को जांच करने को निर्देशित किया गया है.
ज्ञानेंद्र मिश्रा, सीईओ, मझौली