भोपाल. मध्यप्रदेश (MP Weather) में मानसून ने रफ्तार पकड़ ली है और इसके चलते अगले दो दिन राज्य पर भारी पड़ सकते हैं. बुधवार को हुई जोरदार बारिश के बाद नदी-नालों के उफान और जलभराव के हालात बन गए हैं. मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए 10 जुलाई को 17 जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जबकि 11 जुलाई को भी कई जिलों में ऑरेंज और यलो अलर्ट प्रभावी रहेगा.
मानसून का कहर: बच्चों की डूबकर मौत, युवाओं के बहने की खबर
नरसिंहपुर में एक दर्दनाक हादसे में नदी में डूबने से तीन बच्चों की मौत हो गई.
बैतूल और शिवपुरी में भी कुछ युवाओं के पानी में बहने की सूचना है.
राजधानी भोपाल में भी कहीं तेज तो कहीं रुक-रुक कर मध्यम और हल्की बारिश जारी रही.
भोपाल में तीन साल बाद झमाझम बारिश
राजधानी भोपाल में जुलाई के पहले हफ्ते में अब तक 164 मिमी (6.5 इंच) बारिश हो चुकी है.
यह बारिश तीन साल में सबसे ज्यादा है.
पिछली बार इतनी बारिश 2022 में दर्ज की गई थी जब जुलाई के पहले सप्ताह में ही पौने सात इंच से अधिक बारिश हुई थी.
कहां-कहां अलर्ट?
मौसम विभाग ने बताया कि 10 जुलाई को 17 जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जिनमें शामिल हैं:
भोपाल, विदिशा, सीहोर, रायसेन, होशंगाबाद, हरदा, नरसिंहपुर, बैतूल, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, जबलपुर, दमोह, सागर, रीवा, सतना
11 जुलाई को भी कई जिलों में ऑरेंज और यलो अलर्ट रहेगा, यानी भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है.
मानसूनी सिस्टम सक्रिय, आने वाले दिन और भीगी सुबहों के
मौसम विभाग ने बताया कि पूरे मध्यप्रदेश में मानसूनी सिस्टम लगातार सक्रिय बना हुआ है. बुधवार को तीन दर्जन जिलों में बारिश दर्ज की गई और गुरुवार से शनिवार तक भी यही स्थिति बनी रहने की संभावना है.
तेज बारिश का कहर: दिल्ली-NCR, एमपी और महाराष्ट्र में बाढ़ जैसे हालात, कई लोगों की मौत, अलर्ट जारी
प्रशासन अलर्ट मोड पर
राज्य सरकार और जिला प्रशासन ने बाढ़ संभावित इलाकों में निगरानी बढ़ा दी है और राहत एवं बचाव दलों को तैयार रहने के निर्देश दिए हैं. लोगों से अपील की गई है कि वे नदी-नालों और जलभराव वाले क्षेत्रों से दूर रहें, और जरूरत होने पर ही घर से निकलें.