उमरिया, देशबन्धु. उमरिया के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में जंगली हाथियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। मौजूदा समय में यहां 60 से ज्यादा जंगली हाथी देखे जा रहे हैं। हाथियों की बढ़ती मूवमेंट के कारण जंगल में तैनात कर्मचारियों और अधिकारियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ‘एल दरवाजों में लगाई गई कीलें, हाथी नहीं तोड़ पाते ये कैंप दो मंजिला होते हैं और इन्हें खास डिज़ाइन के साथ तैयार किया गया है।
दरवाजों में ऐसी कीलें लगाई जाती हैं और चारों तरफ कांटेदार तार लगाए जाते हैं ताकि हाथी इन्हें तोड़ न सकें। हाथी जब भी आसपास दिखाई देते हैं तो कर्मचारी ऊपरी मंजिल पर चले जाते हैं, जहां वे पूरी तरह सुरक्षित रहते हैं।
महावत धन्नूलाल बताते हैं कि ये कैंप हमारे लिए बहुत उपयोगी हैं। हाथी इन कैंप में घुस नहीं सकते और हम आराम से काम कर सकते हैं। टाइगर रिजर्व के उपसंचालक पीके वर्मा ने बताया कि इन कैंपों की डिज़ाइन इस तरह तैयार की गई है कि अंदर मौजूद कर्मचारियों को किसी भी तरह की परेशानी न हो।
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कैम्प के चारों ओर कांटेदार तार का घेरा-दीवारें ऊंची होती हैं, कांटेदार तार चारों ओर लगाए जाते हैं और दरवाजे भी बेहद मजबूत होते हैं। ये पूरा इंतजाम इस तरह से किया गया है कि कर्मचारी सुरक्षित रह सकें और हाथियों की वजह से उनके जीवन को खतरा न हो।
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के पतौर-बरही मार्ग पर 20 से अधिक हाथी सड़क पार करते दिखे, वन विभाग की टीम अलर्टउमरिया के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में हाथियों का एक बड़ा झुंड देखा गया। गुरुवार की शाम पतौर-बरही मार्ग पर 20 से अधिक हाथियों ने सड़क पार की।इस झुंड में बच्चे भी शामिल थे।
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के जंगलों में वर्तमान में 60 से 80 हाथी विभिन्न क्षेत्रों में विचरण कर रहे हैं। हाथियों की गतिविधियों की जानकारी मिलते ही टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने निगरानी बढ़ा दी है।
वन विभाग की गश्ती गाड़ियां क्षेत्र में तैनात की गई हैं। पतौर परिक्षेत्र अधिकारी अर्पित मैराल के अनुसार, हाथियों का झुंड सड़क पार कर जंगल की ओर बढ़ गया है। वन विभाग ने आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। सुरक्षा के लिए विशेष टीमें लगातार निगरानी कर रही हैं।