नरसिंहपुर. पुणे में आयोजित भव्य समारोह के बाद अब शिक्षा नेतृत्व सम्मान 2025 का अगला संस्करण भोपाल में 11 अक्टूबर को होटल सयाजी में शाम 5.30 से रात 9.30 बजे तक आयोजित होगा. पुणे संस्करण में 75 से अधिक प्राचार्यों और शिक्षाविदों को सम्मानित किया गया था, वहीं भोपाल संस्करण में भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और नरसिंहपुर से आए हुए करीब 80 प्राचार्य एवं शिक्षाविद शामिल होंगे.
इस आयोजन का संयोजन निधि मिथिल भंडारे और स्नेहल मिथिल भंडारे (साइकोलॉजिस्ट/साइकोथेरेपिस्ट) द्वारा किया जा रहा है. निधि मिथिल भंडारे का जन्म नरसिंहपुर में हुआ था. वे नरसिंहपुर के राजपरिवार बाखर वालों स्वर्गीय राव राजकिशोर सिंह की छोटी पुत्री हैं और उन्हें इस बात का अत्यधिक गर्व है कि अपने जन्मस्थान से जुड़ी यह गौरवमयी परंपरा अब शिक्षा जगत के सम्मान के रूप में आगे बढ़ रही है. निधि मिथिल भंडारे ने बताया कि यह मंच उन शिक्षाविदों को सम्मानित करने का अवसर है जिन्होंने शिक्षा जगत में अपने अमूल्य योगदान से समाज की दिशा और दशा को सुदृढ़ बनाया है.
विशेष आकर्षण के रूप में इस बार कार्यक्रम में मानसिक स्वास्थ्य पर पैनल डिस्कशन भी आयोजित किया जाएगा. जिसमें विशेषज्ञ विचार साझा करेंगे और शिक्षाविदों को मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी नई दृष्टि प्रदान करेंगे. कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथियों की गरिमामयी उपस्थिति रहेगी, साथ ही सांस्कृतिक प्रस्तुतियों द्वारा संध्या को और भी रंगारंग बनाया जाएगा. यह आयोजन न केवल सम्मान का मंच है बल्कि प्रेरणा का भी स्रोत है—जहाँ शिक्षा के प्रहरी एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों को नई राह दिखाने का संकल्प लेते हैं.
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शिक्षा नेतृत्व सम्मान का यह कारवां अब आगे इंदौर, लखनऊ, जयपुर, देहरादून, दिल्ली, मुंबई और कोलकाता तक पहुँचेगा, ताकि और अधिक शिक्षाविदों को उनके योगदान के लिए सम्मानित किया जा सके.
सराहनीय कदम…..
विदित हो निधि मिथिल भंडारे और उनकी सुपुत्री स्नेहल मिथिल भंडारे निरंतर शिक्षा और सामाजिक क्षेत्र में कार्य कर रही हैं. वहीं नरसिंहपुर जिलेवासियों को भी गर्व है कि उनकी क्षेत्र की प्रतिभा जिले का नाम रोशन शिक्षा जैसे बेहद महत्वपूर्ण क्षेत्र में कर रही है. क्योंकि आज शिक्षा का क्षेत्र व्यवसायिक रूप ले चुका हैं . इस कठिन दौर में निश्चित ही इस दिशा में रचनात्मक सकारात्मक कार्य बिना किसी स्वार्थ के करना सराहनीय प्रशंसनीय है.