एक शिक्षक कहता है- मैं क्रांति के बीज बो रहा हूं। उस समय हम कल्पना नहीं कर सकते कि शिक्षक कितना शक्तिशाली है, लेकिन वह निश्चित रूप से अपने कर्तव्य को पूरा करके आनंद प्राप्त करता है।
– नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस बुजुर्ग के आगे हाथ जोड़कर प्रणाम करके आशीर्वाद ले रहे हैं, वो कोई और नहीं बल्कि बचपन में उन्हें ज्ञान का पाठ पढ़ाने वाले शिक्षक जगदीश नाइक हैं। यह पहला मौका नहीं है जब पीएम नरेंद्र मोदी ने शिक्षकों से मुलाकात करके उनका सम्मान किया है बल्कि वे जब मुख्यमंत्री थे तब उन्होंने 2005 में अपने सभी शिक्षकों के सम्मान का कार्यक्रम रखा था जिसमें 27 शिक्षक आमंत्रित थे। गुजरात के तत्कालीन राज्यपाल पंडित नवल किशोर शर्मा ने उस समय कहा था, ऐसा कार्यक्रम देश में न कभी देखा न सुना।