वाशिंगटन/ह्यूस्टन. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में एक बड़ा बयान दिया है, जिसमें उन्होंने वेनेजुएला से तेल खरीदने वाले देशों पर 25 फीसदी टैरिफ लगाने की घोषणा की है. इस निर्णय से वैश्विक तेल बाजार पर गंभीर प्रभाव पड़ने की संभावना है, जिसका सीधा असर भारत जैसे देशों पर होगा, जो अपनी ऊर्जा आवश्यकताओं के लिए विदेशी तेल पर निर्भर हैं.
वेनेजुएला की सरकार ने कहा कि वेनेजुएला ट्रंप के नए आक्रमण को दृढ़ता से और स्पष्ट रूप से अस्वीकार करता है. यह वेनेजुएला से तेल और गैस खरीदने वाले किसी भी देश पर 25 फीसद द्वितीयक टैरिफ लगाने का इरादा रखता है. यह मनमाना, अवैध और हताश करने वाला उपाय है. ट्रंप ने अपने ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट में लिखा कि वेनेजुएला के तेल के खरीदारों पर लगाया जाने वाला द्वितीयक टैरिफ 2 अप्रैल से लागू होगा. उन्होंने सोमवार को बाद में संवाददाताओं से कहा कि टैरिफ मौजूदा टैरिफ के अतिरिक्त होंगे. टैरिफ के एलान के बाद तेल की कीमतों में लगभग 1 फीसदी का इजाफा हुआ.
फरवरी में चीन ने प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से प्रतिदिन लगभग 503,000 बैरल कच्चा तेल और ईंधन वेनेजुएला से खरीदा. यह वेनेजुएला के कुल निर्यात का लगभग 55 फीसदी है. चीन के अलावा भारत, स्पेन, इटली और क्यूबा जैसे देश भी वेनेजुएला से तेल खरीदते हैं. वहीं वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने ट्रंप के प्रतिबंधों को खारिज कर दिया. उनका कहना है कि ये अवैध उपाय हैं.