अब जबकि नगरी निकाय चुनाव और ग्राम पंचायत चुनाव को लेकर संपूर्ण प्रदेश में आचार संहिता लागू हो गई है। वही शासकीय अधिकारी कर्मचारी शासकीय कार्यक्रमों से हटकर निजी कार्यक्रम करते नजर आ रहे हैं। गत शुक्रवार को नगर पालिका कार्यालय में जहां मुख्य नगरपालिका अधिकारी की विदाई के लिए एक बड़ा कार्यक्रम रखा गया था, वही शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय ने आजादी के 75 वर्ष में अमृत महोत्सव कार्यक्रम के तहत साइकिल रैली का आयोजन कर डाला। उल्लेखनीय है कि आचार संहिता के दौरान सत्ता पक्ष के द्वारा लागू शासकीय योजनाओं के प्रचार प्रसार पर रोक लगा दी जाती है सिर्फ उनका क्रियान्वयन होता है। दूसरा कार्यक्रमों को करने के लिए विधिवत अनुमति लेना आवश्यक है किंतु सैंया भए कोतवाल तो डर काहे का की तर्ज पर नगर चल रहा है।