बगदाद. फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास और मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल-फतह अल-सीसी ने गाजा पट्टी में तत्काल और स्थायी युद्धविराम का आग्रह किया है.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार को इराक की राजधानी बगदाद में आयोजित 34वें अरब लीग शिखर सम्मेलन में फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने इजरायली सैन्य अभियानों को रोकने और क्षेत्र में शांति स्थापित करने के लिए अरब योजना को अपनाने का आह्वान किया. अब्बास ने इस बात पर जोर दिया कि इजरायली कब्जे को समाप्त करके और फिलिस्तीनी लोगों के पूर्ण अधिकारों को सुनिश्चित करके ही स्थायी शांति प्राप्त की जा सकती है.
मार्च में युद्धविराम का समझौता टूटने के बाद से इजरायल ने गुरुवार से अब तक सबसे घातक बमबारी में सैकड़ों फिलिस्तीनियों को मार डाला. वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को मध्य पूर्व का दौरा समाप्त किया.
मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल-फतह अल-सीसी ने पिछले 19 महीने से गाजा में फिलिस्तीनियों पर किए गए ‘अत्याचार और हिंसा’ की कड़ी निंदा करते हुए हिंसक अभियान का उद्देश्य गाजा की आबादी को समाप्त करना बताया.
अल-सीसी ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय, विशेष रूप से अमेरिका से गाजा में मानवीय संकट को समाप्त करने के लिए कड़े कदम उठाने का अनुरोध किया. उन्होंने शत्रुता समाप्त होने के बाद गाजा की शीघ्र पुनर्प्राप्ति और पुनर्निर्माण के लिए एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित करने की मिस्र की प्रतिबद्धता भी दोहराई.
शिखर सम्मेलन की समाप्ति के बाद, गाजा में हमास संचालित मीडिया कार्यालय ने उपस्थित लोगों से गाजा पर अन्यायपूर्ण नाकाबंदी को तोड़ने और प्रतिदिन होने वाली हत्याओं को रोकने का आह्वान किया. गाजा के लोग अब भुखमरी के खतरे का सामना कर रहे हैं. इसके लिए क्रॉसिंग को तत्काल और बिना शर्त खोलने, गाजा के लोगों को भोजन, मानवीय सहायता और चिकित्सा सहायता पहुंचाने के लिए इजरायल पर दबाव बढ़ाने का आग्रह किया गया.
लेबनान के प्रधान मंत्री नवाफ सलाम ने अपने संबोधन में, इजरायल की शत्रुता की निंदा की और उस पर नियंत्रण के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आगे आने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि इजरायल की तरफ से हो रहे लगातार हमले पिछले साल नवंबर के अंत में दोनों पक्षों के बीच हुई सहमति का उल्लंघन है.
सलाम ने आगे कहा, “प्यारे भाइयों, हम आपसे, अंतरराष्ट्रीय समुदाय पर दबाव डालने का आह्वान करते हैं ताकि इजरायल को अपने आक्रमणों को समाप्त करने और सभी लेबनानी क्षेत्रों से पूरी तरह से हटने के लिए मजबूर किया जा सके.”
संयुक्त राष्ट्र सहायता प्रमुख टॉम फ्लेचर ने इस सप्ताह सुरक्षा परिषद से पूछा कि क्या वह “नरसंहार को रोकने” के लिए कार्रवाई करेगी. इराक के प्रधानमंत्री मोहम्मद शिया अल-सुदानी ने युद्ध के बाद अरब देशों के पुनर्निर्माण में मदद के लिए एक कोष बनाने की घोषणा की, जिसमें गाजा और लेबनान के लिए 20-20 मिलियन डॉलर की शुरुआती राशि देने का वादा किया गया, जहां पिछले साल हिजबुल्लाह समूह के खिलाफ इजरायली अभियान में दक्षिणी हिस्से का बड़ा हिस्सा नष्ट हो गया था.
शिखर सम्मेलन में 22 अरब लीग सदस्य देशों के नेताओं और शीर्ष राजनयिकों के साथ-साथ क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया. 2003 के अमेरिकी आक्रमण के बाद इराक की तरफ से आयोजित यह दूसरा आयोजन है. पहला आयोजन 2012 में हुआ था.
इजरायल ने छह सप्ताह के युद्ध विराम के बाद गाजा पर फिर से सैन्य अभियान की शुरुआत कर दी है. इजरायल का आरोप है कि हमास, आतंकवादियों के बीच काम करता है. हालांकि शिखर सम्मेलन में मौजूद नेताओं ने इसका विरोध किया.
इजरायल का घोषित लक्ष्य हमास की सैन्य और सरकारी क्षमताओं को खत्म करना है. हमास ने 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल पर हमला किया था, जिसमें लगभग 1,200 लोग मारे गए थे और 250 से अधिक लोगों को बंधक बना लिया गया था.
गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, इजरायल सैन्य अभियान ने क्षेत्र के भीड़भाड़ वाले इलाके को तबाह कर दिया है. 2.3 मिलियन निवासी अपना घर छोड़ने को मजबूर हैं और 53,000 से अधिक लोग मारे गए हैं.
इजरायल पर युद्ध विराम वार्ता फिर से शुरू करने और गाजा में खाद्य और चिकित्सा आपूर्ति की अनुमति देने के लिए अंतर्राष्ट्रीय दबाव बढ़ रहा है.