पाटन, देशबन्धु. जिले के पाटन ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले गुरु पिपरिया गांव के मुक्तिधाम जाने वाले रास्ते में दबंगों ने शासकीय भूमि पर कब्जा जमा रखा है. अब तो हालत ऐसे बन गए हैं कि श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार करने जाने के लिए ग्रामीणों को कोई रास्ता नहीं बचा है.
सूत्र: बताते हंै कि मुक्तिधाम के रास्ते पर कब्जा करने वाला कोई गुंडा मवाली नहीं है बल्कि वह तो एक शासकीय शिक्षक और दूसरा पंच और तीसरा पंचायत सचिव है. सरकार ने मासाब के कंधे पर भविष्य निर्माण की जिम्मेदारी सौंप रखी है, वही दूसरा व्यक्ति पंच पति है.
जो अपनी पत्नी के पद का दुरुपयोग कर रहा है और सरकारी रास्ते का तीसरा कब्जाधारी इसी पंचायत में सचिव के पद पर आसीन था, जिसे अनियमितताओं के चलते वर्तमान में रेठरा ग्राम पंचायत का सचिव बनाया गया है. ये सभी अपने अपने कर्तव्यों से भटककर मुक्ति धाम के सरकारी रास्ते में कब्जा जमाकर सार्वजनिक मुक्तिधाम सड़क निर्माण में वर्षों से रोड़ा अटका रहे है.
गांव के ज्ञानु शर्मा, रजत शर्मा, रिंकू झारिया, गिरन गौंड ने बताया कि दबंगों ने गांव से मुक्तिधाम तक जाने वाले सरकारी रास्ते को खेतों के साथ जोत लिया है, वही एक सरकारी दबंग कर्मी की मां का देहांत 5-6 वर्ष पूर्व हुआ था, उसने अपनी मां की याद में सरकारी रास्ते में चबूतरा बना लिया. इन सभी भूमाफिया ने गांव के पानी निकासी वाले चौड़े नाले पर कब्जा कर लिया है.
पूर्व में दिखने वाला नाला वर्तमान समय में सकरी नाली की तरह दिखाई पड़ता है. उन्होंने बताया कि बारिश के समय में उक्त रास्ता बंद हो जाता है एवं ग्रामवासियों को श्मशान तक जाने के लिये खेत की मेढ़ों और कीचड़ से होकर जाना पड़ता है.
अंतिम संस्कार की लकड़ी भी बारिश के दिनों में नहीं पहुंच पाती. चिता की लकड़ियों को सिर पर रखकर ले जाना पड़ता है. पूर्व में जब मुक्तिधाम बना था, तब मेन रोड के नजदीक नाले के बाजू से रोड प्रस्तावित थी, किन्तु ग्राम के दबंगों द्वारा उक्त शासकीय भूमि पर अतिक्रमण कर लिया है एवं मुक्तिधाम सड़क निर्माण में बेवजह बाधा खड़ी कर रहे है. इस समस्या को लेकर ग्रामीण कलेक्टर से भी गुहार लगाने वाले हैं.