नर्मदापुरम. भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला की ऐतिहासिक अंतरिक्ष यात्रा से लौटने के बाद देशभर में जश्न का माहौल है. इसी कड़ी में मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम जिले के एक किसान ने उन्हें अनोखे ढंग से श्रद्धांजलि दी है. योगेन्द्र सिंह सोलंकी, जो पिछले 5 वर्षों से अनाज से पोट्रेट बनाने की कला में माहिर हैं, ने शुभांशु और उनके तीन विदेशी साथियों के पोर्ट्रेट सात पारंपरिक अनाजों से तैयार किए हैं.
कौन हैं शुभांशु शुक्ला?
मूल रूप से भारत के रहने वाले शुभांशु शुक्ला, एक्सिओम-4 मिशन के तहत 26 जून 2025 को अंतरिक्ष यात्रा पर रवाना हुए थे. वे 15 जुलाई को पृथ्वी पर लौटे. इस दौरान उन्होंने इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) में 288 बार पृथ्वी की परिक्रमा की और 76 लाख मील की यात्रा की. साथ ही, उन्होंने और उनकी टीम ने कुल 60 वैज्ञानिक प्रयोग भी किए.
अनाज से बना अनोखा पोर्ट्रेट
किसान योगेन्द्र सिंह सोलंकी ने बताया कि वे उस दिन से इन पोर्ट्रेट्स पर काम कर रहे हैं, जिस दिन शुभांशु और उनकी टीम ने अंतरिक्ष की उड़ान भरी थी. उन्होंने जिन अंतरिक्ष यात्रियों के पोर्ट्रेट बनाए, वे हैं:
शुभांशु शुक्ला (भारत)
पेगी विल्सन (अमेरिका)
सवोस उज्जानवास्की (पोलैंड)
टेगो कापूर (हंगरी)
किन अनाजों का हुआ इस्तेमाल?
पोर्ट्रेट बनाने में जिन सात पारंपरिक भारतीय अनाजों का उपयोग किया गया, वे हैं:
धान, तिलख बाजरा, रागी, अलसी, राजगिरा, खस-खस, एक अन्य स्थानीय अनाज
योगेन्द्र सिंह ने कहा,
“भारत एक कृषि प्रधान देश है. जब अंतरिक्ष में भी खेती और फसल अनुसंधान पर प्रयोग हो रहे हैं, तब ऐसे वैज्ञानिकों का स्वागत भारतीय अन्न से बेहतर और क्या हो सकता है?”
पहले भी बनाई हैं राष्ट्रीय हस्तियों की तस्वीरें
योगेन्द्र सिंह सोलंकी अनाज से बनी कलाकृतियों में माहिर हैं. उन्होंने इससे पहले:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी,
विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री,
खिलाड़ी और कलाकारों के भी पोट्रेट तैयार किए हैं.
उनकी कला को कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर सराहना मिल चुकी है.