भोपाल, 1 सितंबर (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश के सागर में एक अमानवीय कृत्य सामने आया। एक महिला को सार्वजनिक रूप से घसीटते, पीटते और लातें मारते देखा गया, जबकि वह रो रही थी और दया की गुहार लगा रही थी, जबकि उसका पांच महीने का शिशु ज़मीन पर लावारिस पड़ा हुआ था। इस घटना का वीडियो वायरल हो गया है।
महिला को कथित तौर पर अपने बच्चे को दूध पिलाने के लिए एक दुकान मालिक से बहस करने के लिए दंडित किया जा रहा था।
अधिकारियों के अनुसार, शर्मनाक घटना दिखाने वाला वीडियो 12 अगस्त को सागर जिले के एक बस स्टैंड पर रिकॉर्ड किया गया था, और बुधवार रात से सोशल मीडिया पर सामने आया।
घटना के बारे में पता चलने पर स्थानीय पुलिस ने जांच शुरू की और पाया कि महिला की एक दुकानदार से बहस के बाद यह घटना हुई।
सागर के अतिरिक्त एसपी, लोकेश सिंह ने कहा, “प्रारंभिक जांच से पता चला है कि महिला अपने बच्चे के लिए दूध लेने गई थी, जब उसकी दुकानदार से बहस हो गई। उसे वहां से जाने के लिए कहा गया, लेकिन उसने विरोध किया, बाद में कुछ लोगों ने उसे मारना-पीटना शुरू कर दिया। आगे की जानकारी एकत्र किए जा रहे हैं।“
उन्होंने प्रेस को यह भी बताया कि महिला की पिटाई में शामिल तीन आरोपियों को गुरुवार की शाम गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। आरोपियों की पहचान 26 वर्षीय प्रवीण रायकवाड़, 20 वर्षीय विक्की और 40 वर्षीय राकेश के रूप में हुई है।
वायरल वीडियो में परेशान महिला को चिल्लाते हुए सुना जा सकता है : “भैया, मुझे मेरे परिवार से मिलवा दो, मेरे परिवार को ढूंढने में मेरी मदद करो।” फिर भी भीड़ उसे पीटती रही।
यह भी दावा किया गया कि महिला सड़क किनारे बैठती थी और राहगीरों और दुकानदारों के साथ दुर्व्यवहार करती थी, हालांकि, पुलिस ने अभी तक इस संबंध में कुछ भी नहीं कहा है।
कहा गया कि अपना कारोबार प्रभावित होता देख दुकानदारों ने उसे आगे बढ़ने के लिए कहा। हालांकि, महिला ने इनकार कर दिया और उन पर अभद्र भाषा का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया।
–आईएएनएस
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