प्रयागराज. यूपी के प्रयागराज में महाकुंभ मेले में आज के वक्त फिर अफरातफरी व भगदड़ मच गई, महाकुंभ मेला क्षेत्र के सेक्टर- 22 में आग लगने से 15 टेंट जल गए. खबर मिलते ही फायर बिग्रेड की गाडिय़ां तो पहुंच गई लेकिन घटनास्थल तक पहुंचने में दिक्कत का सामना करना पड़ा है. क्योंकि वहां पहुंचने के लिए कोई रास्ता नहीं था लेकिन वक्त रहते आग पर काबू पा लिया गया. कोई भी हताहत नहीं हुआ.
इससे पहले 19 जनवरी को सिलेंडर ब्लास्ट से 180 पंडाल जल गए थे. इस बीच भगदड़ मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई गई है, जिसमें जिम्मेदार अफसरों पर कार्रवाई की मांग की गई है. महाकुंभ में मौनी अमावस्या दिन मची भगदड़ में 30 लोगों की मौत हुई थी.
खबर है कि जिस स्थान पर लगे टेंट में आग लगी है वहां पर लोगों की भीड़ कम थी, जिसके चलते समय रहते आग पर काबू पा लिया गया. यह घटना संगम क्षेत्र में हुई भगदड़ में 30 लोगों की मौत के एक दिन बाद हुई है. गौरतलब है कि महाकुंभ में मौनी अमावस्या के अवसर पर पवित्र स्नान करने के लिए लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ के बीच हुई.
यूपी सरकार ने भगदड़ हादसे की जांच के लिए जांच कमेटी बनाई है. रिटायर्ड जज हर्ष कुमार के नेतृत्व वाली 3 सदस्यों की टीम महाकुंभ मेला क्षेत्र जाएगी और भगदड़ के कारणों की जांच करेंगी.
धक्का-मुक्की में कुल 30 लोगों की मौत हो गई व 60 से अधिक लोग घायल हो गए. अधिकारियों ने बताया कि इससे पहले 19 जनवरी को सेक्टर 19 कैंपसाइट इलाके में करीब तीन गैस सिलेंडरों में विस्फोट के बाद महाकुंभ में भीषण आग लग गई थी. अग्निशमन विभाग ने तुरंत कार्रवाई की और आग पर काबू पा लिया. आग के कारण किसी के हताहत होने की खबर नहीं है.
महाकुंभ में 13 जनवरी से अब तक 27.58 करोड़ श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं. शाम 6 बजे तक के डेटा के मुताबिक, बीते दिन 1.95 करोड़ लोगों ने स्नान किया. मौनी अमावस्या (29 जनवरी) पर करीब 8 करोड़ लोगों ने डुबकी लगाई थी