गांधीग्राम, देशबन्धु. प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत गांधीग्राम के आगे पथरई से कंजई तक का लगभग 7.225 किलोमीटर का डामरीकृत सड़क मार्ग अपनी बदहाल और जर्जर अवस्था को प्राप्त कर चुका है. ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा वित्त पोषित, परियोजना इकाई महाप्रबंधक मध्य प्रदेश ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण परियोजना कल्याण वन इकाई जबलपुर ठेकेदार में. राजेश केला सतना रहे हैं.
सबसे हैरत की बात यह है कि ग्राम पथरई से कंजई मार्ग का इस महत्वपूर्ण मार्ग का आठ वर्षों में एक भी बार मेंटेनेंस नहीं किया गया, जिससे यह मार्ग दुर्दशा का शिकार लगातार हो रहा है. लोगों और राहगीरों की परेशानियां बढ़ रही हैं. इस मार्ग से चलने वाले दुपहिया वाहन चालक अनियंत्रित होकर गिर रहे हैं.
गांव को गांव से जोड़ने की परिकल्पना साकार होने में परेशानियां हो रही है. मार्ग की हालत जर्जर है, सड़क होने से सफर करने में ग्रामीण जनों को बेहद ही परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. करीब 5 किमी मार्ग तो इन दिनों चलने लायक नहीं है. ग्रामीण जनों का कहना है कि सड़क निर्माण को लेकरअब तक किसी प्रकार के कारगर कदम नहीं उठाए जा सके है.
आधे दर्जन गांव के लोग करते हैं सफर- गिट्टी और जर्जर मार्ग से सफर करने के लिए हर मोड़ पर ग्रामीण जन परेशान हैं, जबकि उक्त मार्ग से करीब आधा दर्जन गांव के ग्रामीण जनों का आना-जाना जारी रहता है. रात्रि के दौरान उक्त मार्ग से दो पहिया वाहन चलाना जोखिम से कम नहीं है, जबकि आसपास के ग्रामीण जन दिहाड़ी मजदूरी करने के लिए रोजाना ही जबलपुर आते जाते हैं और शाम ढलते ही गंतव्य स्थानों की ओर रवाना होते हैं, लेकिन गांव तक पहुंचने के लिए 5 किमी का सफर उनके लिए बेहद की कष्टदायक होता है.
ग्रामीणजनों का कहना है कि कच्चे रास्ते सफर करने के दौरान उन्हें रात्रि में बेहद ही कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. वाहन चालक अनियंत्रित होकर हादसे का शिकार हो रहे है. बताया जाता है कि उक्त मार्ग पर पूरी तरह से अंधकार पसरा रहता है. ऐसी स्थिति में जगह-जगह गिट्टी ,धूल ,उभर आए गड्ढों के कारण वाहन चालक अनियंत्रित हो जाते है और वे हादसे का शिकार हो जाते है.
घरों में धूल बिछी-स्थिति यह है कि दिनभर उड़ते धूल के गुबार के कारण सड़क किनारे रहने वाले नागरिकों को दिन में कई बार साफ-सफाई करना पड़ती है.
वहीं कई नागरिक श्वांस संबंधी बीमारियों की चपेट में भी आने लगे हैं, लेकिन विभाग के उदासीन रवैये के कारण इस मार्ग की हालत नहीं बदल सकी है. सड़क के यह गड्ढे नागरिकों के लिए परेशानी का सबब बने हुए हैं. खस्ताहाल सड़क के कारण आए दिन वाहनों में टूटफूट भी हो रही है. इस मार्ग पर दिन भर धूल की धुंध छाई रहती है. बस, ट्रैक्टर-ट्रॉली, चार पहिया वाहन या अन्य हैवी वाहनों के निकलने पर धूल के गुबार उड़ते हैं.