इंदौर. कारोबारी राजा रघुवंशी हत्याकांड में हर दिन नए खुलासे सामने आ रहे हैं. मामले के मुख्य आरोपियों में शामिल राज कुशवाहा के परिवार ने अब पूरे मामले में नया मोड़ ला दिया है. राज के चाचा भूपेंद्र कुशवाहा और दादी रामलली ने दावा किया है कि राज निर्दोष है और उसे जानबूझकर फंसाया गया है.
भूपेंद्र ने मीडिया से बातचीत में कहा, “हमारे परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है. राज की नौकरी से ही घर चलता है. सोनम के पिता की फैक्ट्री में राज नौकरी करता था. ऐसे में सोनम और राज के बीच प्रेम संबंध संभव नहीं है. सोनम उसे कभी पसंद नहीं कर सकती, उसका सिर्फ इस्तेमाल किया गया और साजिशन उसे फंसाया गया है.”
गांव वालों से पूछताछ, पुलिस की छानबीन जारी
राज का परिवार मूल रूप से उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के गाजीपुर थाने के रामपुर गांव का निवासी है. परिवार वालों ने बताया कि राज के पिता की पांच साल पहले ब्रेन ट्यूमर से मौत हो गई थी. राज का बचपन गांव में ही बीता और करीब दस साल पहले वह अपनी मां और बहनों के साथ इंदौर शिफ्ट हो गया था. घटना के बाद स्थानीय पुलिस ने गांव में पूछताछ की. दादी रामलली ने कहा कि उनका पोता ऐसा नहीं कर सकता, उसे जानबूझकर फंसाया गया है.
सोनम की तलाश में छाना गया घर, भूसे में भी खोजबीन
इस बीच मेघालय पुलिस ने हत्याकांड के एक अन्य आरोपी आकाश राजपूत को यूपी के ललितपुर जिले के चौकी गांव से गिरफ्तार किया. गिरफ्तारी के दौरान सोनम की भी तलाश की गई. पुलिस को शक था कि सोनम को आकाश ने कहीं छिपा रखा है. इसी संदेह में पुलिस ने घर के हर कोने, यहां तक कि भूसे के ढेर तक में तलाशी ली, पर सोनम नहीं मिली. बाद में पुलिस आकाश और उसके तीन परिजनों को हिरासत में लेकर मेघालय रवाना हो गई.
सोनम रघुवंशी ने कबूला जुर्म
घटनाक्रम में बड़ा खुलासा तब हुआ जब सोनम रघुवंशी ने पति राजा रघुवंशी की हत्या की साजिश रचने और करवाने की बात कबूल कर ली. पुलिस के अनुसार, सोनम ने स्वीकार किया कि उसने हनीमून के बहाने राजा को शिलांग ले जाकर उसकी हत्या कराने की योजना पहले से ही बनाई थी. जांच में यह भी सामने आया कि हत्या में कुल पांच आरोपी शामिल थे, जिनके खिलाफ पुलिस के पास पुख्ता सबूत हैं.