पाटन, देशबन्धु. जिले की पाटन तहसील में लोक निर्माण विभाग के अंतर्गत चल रहे विकास कार्य जिनमें सड़क,पुल,पुलिया एवं बिल्डिंग निर्माण के कार्य लोग निर्माण विभाग पाटन में पदस्य अर्पणा त्रिपाठी से मिले संरक्षण की वजह से विभाग में ठेकेदारी करने वाले ठेकेदारों की इन दिनों मौज है. आरटीआई कार्यकर्ता वीरेंद्र तिवारी ने बताया कि एसडीओ मैडम महीने में एक दो दिन ही अल्प समय के लिए पाटन आती है जिसमें ऑफिस में न बैठकर वे पाटन रेस्ट हाउस में ही रुकती हैं और यहां काम करने वाले ठेकेदारों से मिलकर अपना लिफाफा लेकर जबलपुर निकल जाती है.
आगे उन्होंने बताया कि मेरे द्वारा पूर्व में सूचना के तहत पाटन तहसील क्षेत्र में लोक निर्माण विभाग के द्वारा करवाए जा रहे सड़क, पुल, पुलिया एवं बिल्डिंग निर्माण से संबंधित निम्न बिंदुओं पर जानकारी चाही गई थी लेकिन एसडीओ मैडम के द्वारा उक्त जानकारी मुझे उपलब्ध नहीं कराई जा रही है. वही एक अन्य मामले में 502 पेज की जानकारी हेतु मेरे द्वारा एक हजार चार रुपए भी विभाग में जमा करने के बावजूद भी ये जानकारियां मुझे उपलब्ध नहीं कराई जा रही है.
निश्चित ही यदि यह जानकारी मुझे मिल जाती है तो तहसील में हुए घटिया निर्माण और कागजों पर फर्जी बिल दौड़ने वालों के नाम उजागर हो सकते हैं यही वजह है कि एसडीओ मैडम जानकारी देने में आवेदक को बिना वजह परेशान कर रही है. आखिर एक जिम्मेदार पद पर बैठा अधिकारी इतना लापरवाह कैसे हो सकता है और इन्हें किसका संरक्षण मिला हुआ है जो संविधान से मिले आम नागरिकों के मौलिक अधिकारो को ठेंगा दिखाते हुए मनमानी करने पर उतारू है.
इनका कहना
जब इस संबंध में एसडीओ मैडम से बात की गई तो उन्होंने बताया कि वीरेंद्र तिवारी के प्रकरण पर विभागीय कार्यवाही चल रही है संभवत अगले हफ्ते में विभाग के द्वारा चाही गई जानकारी उन्हें उपलब्ध करा दी जाएगी.
अर्पणा त्रिपाठी, अनुभिभागीय अधिकारी लोक निर्माण विभाग पाटन