भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के संकल्प में आत्मनिर्भरता एक महत्वपूर्ण आधार है जो अब जन
आंदोलन बन चुका है…
हमें आत्मनिर्भर बनना है, हमारे एनर्जी सेक्टर में। सौर क्षेत्र, पवन ऊर्जा,नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में।
हमें इन व्यवस्थाओं को आगे बढ़ाना होगा।
आप देखिए पीएलआई स्कीम, एक लाख करोड़ रुपया, दुनिया के लोग हिंदुस्तान में अपना नसीब
आजमाने आ रहे हैं।
आज महर्षि अरबिंदों की जन्म जयंती भी है। हमें उस महापुरूष को याद करना होगा जिन्होंने कहा
था स्वदेशी से स्वराज, स्वराज से सुराज। यह उनका मंत्र है, हम सबको सोचना होगा कि हम कब तक
दुनिया के और लोगों पर निर्भर रहेंगे। जब देश ने तय कर लिया कि हमारा पेट हम खुद भरेंगे, देश
ने करके दिखाया। एक बार संकल्प लेते हैं तो होता है… और इसलिए आत्मनिर्भर भारत हर नागरिक
का, हर सरकार का, समाज की हर इकाई का यह दायित्व बन जाता है।आत्मनिर्भर भारत, यह
सरकारी एजेंडा, सरकारी कार्यक्रम नहीं है। यह समाज का जन आंदोलन है, जिसे हमें आगे बढ़ाना है।
आजादी के 75 साल के बाद लाल किले से तिरंगे को सलामी देने का काम पहली बार मेड इन
इंडिया तोप ने किया है। कौन हिंदुस्तानी होगा, जिसको यह बात, यह आवाज नई प्रेरणा, ताकत नहीं
देगी।
मेरी आत्मनिर्भरता की बात को संगठित स्वरूप में, साहस के स्वरूप में मेरी सेना के जवानों ने, सेना
नायकों ने जिस जिम्मेदारी के साथ कंधे पर उठाया है। उनको आज मैं सलाम करता हूं। 300 ऐसी
चीजें, जो अब हम दूसरे देशों से नहीं लेंगे। जवानों का यह प्रण छोटा नहीं है।
जब देश के सामने चेतना जगी, मैंने सैकड़ों परिवारों से सुना है, 5-5 साल के बच्चे घर में कह रहें हैं
कि अब हम विदेशी खिलौने से नहीं खेलेंगे। 5 साल का बच्चा घर में विदेशी खिलौने से नहीं खेलेगा,
ये संकल्प आत्मनिर्भर भारत बनकर रगों में दौड़ता है।
आज इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं का निर्माण हो, मोबाइल फोन का निर्माण हो, देश बहुत तेजी से प्रगति
कर रहा है। जब हमारी ब्रह्मोस दुनिया में जाती है, कौन हिंदुस्तानी होगा जिसका मन आसमान को
न छूता होगा। आज हमारी मेट्रो कोच, हमारी वंदे भारत ट्रेन विश्व के लिए आकर्षण बन रही है।
आज प्राकृतिक खेती भी आत्मनिर्भरता का एक मार्ग है। आज देश में नैनो फर्टिलाइजर के कारखाने
एक नई आशा लेकर के आए हैं। लेकिन प्राकृतिक खेती, केमिकल फ्री खेती आत्मनिर्भर भारत को
ताकत दे सकती है। आज देश में रोजगार के क्षेत्र में ग्रीन जॉब के नए-नए क्षेत्र बहुत तेजी से खुल
रहे हैं। भारत ने नीतियों के द्वारा अंतरिक्ष क्षेत्र को खोल दिया है। –नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री