विक्रान इंजीनियरिंग शेयर 3 सितंबर को स्टॉक मार्केट में सूचीबद्ध हुए हैं. कंपनी के 772 करोड़ के आईपीओ को निवेशकों का जबरदस्त समर्थन मिला, जिससे यह 24 गुना से अधिक सब्सक्राइब हुआ था. आईपीओ का मूल्य बैंड 92-97 प्रति शेयर तय किया गया था.
लिस्टिंग विवरण
विक्रान इंजीनियरिंग के शेयरों की लिस्टिंग उम्मीद से कम, लगभग 3% प्रीमियम पर हुई. यह शुरुआती अनुमानों से कम है, जिसमें 10-15% प्रीमियम की संभावना जताई गई थी.
BSE पर लिस्टिंग मूल्य: 99.70 प्रति शेयर (97 के निर्गम मूल्य पर 2.78% प्रीमियम)
NSE पर लिस्टिंग मूल्य: 99.00 प्रति शेयर (97 के निर्गम मूल्य पर 2.06% प्रीमियम)
यह लिस्टिंग, ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) के हालिया रुझानों के अनुरूप रही, जो लिस्टिंग से पहले घटकर 5-7% पर आ गया था.
कंपनी का वित्तीय प्रदर्शन और मूल्यांकन
राजस्व वृद्धि: कंपनी ने वित्त वर्ष 2023 से 2025 के बीच राजस्व में 32% की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) दर्ज की है, जो 524 करोड़ से बढ़कर 916 करोड़ हो गया.
लाभ: इसी अवधि में कर-पश्चात लाभ (PAT) लगभग दोगुना होकर 77.8 करोड़ हो गया.
एबिटा मार्जिन: वित्त वर्ष 2025 में EBITDA मार्जिन बढ़कर 17.5% हो गया, जो उद्योग में सबसे अधिक है.
मूल्यांकन: आईपीओ मूल्य बैंड के ऊपरी सिरे पर, कंपनी का मूल्यांकन वित्त वर्ष 2025 की आय के 22 गुना पर किया गया है, जो केईसी इंटरनेशनल और टेक्नो इलेक्ट्रिक जैसी प्रतिस्पर्धी कंपनियों के 31-39 गुना मूल्यांकन से काफी कम है.
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जोखिम और व्यावसायिक मॉडल
विश्लेषकों ने कंपनी के मजबूत व्यावसायिक मॉडल की सराहना की है, जिसमें इसका परिसंपत्ति-रहित दृष्टिकोण और कुशल परियोजना निष्पादन क्षमता शामिल है. हालांकि, कुछ जोखिम भी मौजूद हैं, जैसे कार्यशील पूंजी की बढ़ी हुई जरूरतें और पिछले साल रेलवे बोर्ड द्वारा लगाया गया नियामक प्रतिबंध, जो भविष्य में निवेशकों की धारणा को प्रभावित कर सकता है.