टीकमगढ़. मानवता का मार्मिक उदाहरण सामने आया जब रविंद्र जैन निवासी इंदिरा कॉलोनी टीकमगढ़ मूल निवासी खनियाधाना की बीमारी और परिवार की बेबसी ने हर किसी का दिल दहला दिया। रविंद्र जैन काफी लंबे समय से किडनी की गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं। हाल ही में उनकी तकलीफ इतनी बढ़ गई कि उन्हें आनन-फानन में ग्वालियर के एक अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
दुर्भाग्य से परिवार की आर्थिक स्थिति बेहद कमजोर है। उनकी पत्नी बसंती जैन बीते चार वर्षों से लकवाग्रस्त हैं और अपने पैरों पर खड़ी भी नहीं हो पातीं। ऐसे में घर की हालत बद से बदतर हो गई है।
इस दुखद स्थिति की जानकारी समाजसेवी जितेंद्र जैन क्रांतिकारी को सोशल मीडिया के माध्यम से मिली। उन्होंने साथी राजू जैन चौधरी के साथ तुरंत परिवार से मुलाकात की और हालात देख भावुक हो उठे। इस दौरान जितेंद्र जैन की फोन पर रविंद्र जैन के पुत्र गोलू जैन से भी बात हुई जिसने मदद की गुहार लगाई।
जितेंद्र जैन ने बताया कि जब उन्होंने परिवार की आपबीती सुनी तो उनकी आंखों में आंसू आ गए। इंसानियत को सबसे ऊपर रखते हुए उन्होंने तत्काल 13000 रुपये की आर्थिक मदद दी।
यह राशि कुछ दानदाताओं द्वारा भेजी गई थी जिसे इस संकटग्रस्त परिवार तक पहुंचाया गया । यह घटना साबित करती है कि संवेदनशील समाज ही कठिन परिस्थितियों में सहारा बनता है। अब परिवार को उम्मीद है कि आगे और भी मददगार हाथ बढ़ेंगे जिससे रविंद्र जैन को जीवन की लड़ाई लड़ने में सहारा मिल सकेगा।