नई दिल्ली. भारत के स्वर्णिम भाला फेंक सितारे नीरज चोपड़ा ने एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपने प्रदर्शन से देश को गौरवान्वित किया है. उन्होंने गोल्डन स्पाइक मीट में पहली बार भाग लेते हुए शानदार 85.29 मीटर के थ्रो के साथ खिताब अपने नाम किया. यह जीत उनके करियर की एक और ऐतिहासिक उपलब्धि है.
तीसरे प्रयास में मारी बाज़ी
नीरज ने इस प्रतियोगिता में कुल पांच थ्रो किए, जिसमें तीसरे प्रयास में उन्होंने 85.29 मीटर का भाला फेंकते हुए पहला स्थान हासिल किया.
पहला थ्रो: 82.17 मीटर
दूसरा थ्रो: 81.01 मीटर
तीसरा थ्रो (विजयी): 85.29 मीटर
चौथा थ्रो: फाउल
पांचवां थ्रो: किया नहीं गया
अन्य खिलाड़ियों का प्रदर्शन
प्रतियोगिता में कुल 9 एथलीट्स ने भाग लिया.
डौव स्मिट (दक्षिण अफ्रीका) – 84.12 मीटर (दूसरा स्थान)
एंडरसन पीटर्स (ग्रेनेडा) – 83.63 मीटर (तीसरा स्थान)
थॉमस रोहले (रियो ओलंपिक चैंपियन) – 79.18 मीटर (सातवां स्थान)
इस इवेंट में नीरज के प्रमुख प्रतिद्वंद्वी जर्मनी के जूलियन वेबर शामिल नहीं थे, जिससे मुकाबले की तीव्रता थोड़ी कम रही, लेकिन नीरज की जीत किसी भी मायने में कम नहीं आंकी जा सकती.
चार दिन में दूसरी अंतरराष्ट्रीय जीत
गौरतलब है कि यह जीत पेरिस डायमंड लीग में जीतने के महज चार दिन बाद आई है, जिससे नीरज का आत्मविश्वास और लय दोनों शिखर पर है.
कोच के नक्शे-कदम पर
दिलचस्प बात यह है कि नीरज के कोच जान जेलेंजी ने यह मीट नौ बार जीती है. अब नीरज भी इस प्रतिष्ठित सूची में शामिल हो गए हैं. यह जीत कोच और शिष्य दोनों के लिए गौरव का क्षण है.
अगला लक्ष्य – नीरज चोपड़ा क्लासिक
नीरज अब 5 जुलाई को बेंगलुरु में आयोजित होने वाले नीरज चोपड़ा क्लासिक में हिस्सा लेंगे. इस साल की शुरुआत में वह दोहा डायमंड लीग में 90 मीटर से अधिक थ्रो कर चुके हैं और अब उनकी नजर पेरिस ओलंपिक की तैयारियों पर टिकी है.
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नीरज चोपड़ा का यह प्रदर्शन न केवल भारतीय खेल जगत के लिए गर्व का विषय है, बल्कि युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत भी है.