नई दिल्ली. भारतीय-अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स की वापसी का काउंटडाउन शुरू हो गया है. NASA का Crew-10 मिशन अब अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) में दाखिल हो गया है. इस मिशन के तहत संपूर्ण चालक दल और उपकरण ISS पर पहुंच गए हैं, और संचालन का कार्य सुचारू रूप से शुरू हो गया है.
सुनीता विलियम्स, जो इस मिशन का हिस्सा हैं, ने पहले भी ISS पर कार्य किया है और यह उनकी दूसरी यात्रा है. Crew-10 का समर्पण और मेहनत अंतरिक्ष विज्ञान में भारत के योगदान को और बढ़ाता है.
शुक्रवार (14 मार्च) को स्पेसएक्स ने Crew-10 मिशन लॉन्च किया गया. फॉल्कन-9 रॉकेट से Crew Dragaon कैप्शूल को लॉन्च किया गया है. NASA के कमर्शियल क्रू प्रोग्राम के तहत ISS के लिए यह ग्यारहवीं क्रू फ्लाइट है. बता दें कि डॉकिंग की प्रक्रिया पूरी होने के बाद अंतरिक्ष यात्री अपने स्पेससूट से बाहर निकलेंगे और कार्गों को उतारने की तैयारी करेंगे.
इसके बाद हैच को खोलने की प्रिक्रिया शुरू होगी. ISS में प्रवेश करने के बाद नासा Crew-10 के स्वागत समारोह को टेलीकास्ट किया जाएगा. डॉकिंग वो प्रक्रिया है जब अंतरराष्ट्रीय स्पेश स्टेशन से जाकर Crew Dragon जुड़ते हैं.
सुनीता विलियम्स की वापसी पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लगातार अपडेट ले रहे हैं. उन्होंने टेस्ला के मालिक एलन मस्क को अनुरोध किया था कि सुनीता विलियम्स की जल्द वापसी के लिए कदम उठाए जाएं.
Dragon स्पेसक्राफ्ट को चार नए एस्ट्रोनॉट्स लेकर स्पेस स्टेशन में दाखिल हुए हैं. इसमें नासा के कमांडर ऐनी मैक्कलेन, पायलट अयर्स, जापान की स्पेस एजेंसी JAXA के ताकुया ओनिशी और रूस की कोस्मोनॉट किरिल पेसकोव शामिल हैं. जानकारी के मुताबिक, अटलांटिक महासागर में स्पेसक्राफ्ट उतर सकता है.
बताते चलें कि सुनीता विलियम्स और बुच विल्मर पिछले साल 5 जून को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन गए थे. उन्हें महज एक हफ्ते के बाद धरती पर वापस लौटना था, लेकिन बोइंग स्टारलाइनर में गड़बड़ी की वजह से दोनों वहां फंस गए. 9 महीने से ज्यादा समय से दोनों वहां फंसे हैं.