उमरिया, देशबंधु. जिले के स्वास्थ्य महकमे में वर्ष 2016-17 के दौरान हुए भारी वित्तीय घोटाले का जिन्न एक बार फिर बोतल से बाहर आ गया है। खनिज न्यास (DMF) मद से करोड़ों रुपये आहरित कर लिये जाने और बिना खरीदी या क्रय सामग्री के ही भुगतान कर दिये जाने के मामले की जांच लोकायुक्त पुलिस रीवा कर रही है। इसी कड़ी में सोमवार को लोकायुक्त की टीम अचानक मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) कार्यालय पहुँच गई।
टीम ने कार्यालय में घुसते ही कई अहम फाइलों को खंगाला और संदिग्ध दस्तावेज जब्त कर लिये। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग के बाबुओं और कर्मचारियों से मौके पर ही पूछताछ की गई। लोकायुक्त की कार्रवाई की भनक लगते ही पूरे दफ्तर और जिला अस्पताल परिसर में अफरातफरी मच गई। कर्मचारी रिकॉर्ड संभालने में जुट गए और कईयों के चेहरे पर घबराहट साफ झलक रही थी।
कौन-कौन हैं जांच के घेरे में
करीब दस साल पुराने इस घोटाले में तत्कालीन नोटशीट तैयार करने वाले कौशल साकेत की भूमिका सबसे अहम मानी जा रही है। बताया जाता है कि उसी की नोटिंग पर करोड़ों रुपये का आहरण बिना सामग्री खरीदी के कर लिया गया था।
इसके अलावा उस समय के बड़े बाबू संतोष शुक्ला और तत्कालीन सीएमएचओ डॉ. एम.पी. तिवारी भी इस प्रकरण में मुख्य किरदार बताए जा रहे हैं। विभाग के कई अन्य कर्मचारी और बाबू भी जांच की जद में आ सकते हैं।
शिकायतों का सिलसिला और अब कार्रवाई
इस मामले को लेकर बीते दस वर्षों में लगातार शिकायतें होती रहीं। स्थानीय स्तर से लेकर लोकायुक्त और अन्य मंचों तक इस घोटाले की परतें उठाई जाती रहीं, मगर जांच लंबे समय तक ठंडे बस्ते में पड़ी रही।
अब लोकायुक्त टीम के सक्रिय होने के बाद मामले ने एक बार फिर तूल पकड़ लिया है और संबंधित अधिकारियों-कर्मचारियों की नींद उड़ गई है।
वर्तमान सीएमएचओ का बयान
इस पूरे मामले में वर्तमान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. चंदेल ने कहा – “लोकायुक्त टीम यहां कुछ कागजी फाइलें मांगने आई थी। यह मामला पुराना है। जो भी दस्तावेज़ आवश्यक होंगे, उन्हें उपलब्ध कराया जाएगा।”
जनता के मन में सवाल
DMF मद का उद्देश्य जिले के खनिज प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य, शिक्षा और आधारभूत सुविधाओं को सुदृढ़ करना है। मगर उमरिया जिले में इस फंड का दुरुपयोग कर करोड़ों रुपये की हेराफेरी कर दी गई।
अब लोकायुक्त की छानबीन से उम्मीद बंधी है कि इस बड़े घोटाले की असल तस्वीर सामने आ सकेगी और दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी।