बरही देशबन्धु. कटनी जिले की विकासखंड बड़वारा की ग्राम पंचायत हर्रवाह में ग्रामीणों की जिंदगी आज भी 21वीं सदी में भी कीचड़ो में सनी है रात दिन सोते जागते उठते बैठते गांव वालों का जीवन कीचड़ से शुरू होता है और कीचड़ में ही समाप्त होता है। अपना देश चाहे जितना विकास कर ले पर गांव के लोगों के हिस्से में नरकीय जीवन ही है।
धन्य है विकासखंड में बैठे जिम्मेदार सरकार गांव के विकास का जो बजट करोड़ों का देती है सब मिल बाटकर बंदर बाट कर हिसाब चुकती कर देती है उनका कौन क्या कर सकता है काहे कि जांच उन्हीं को करना है निरीक्षण उन्हीं को करना है क्या जिला में बैठा जिम्मेदार जिले का मुखिया भी ऐसा ही है।
ग्राम पंचायत हर्रवाह के ग्रामीणों ने रोते हुए अपनी आप बीती पीड़ा सुनाई यहां तक की स्कूल के छोटे-छोटे बच्चे कीचड़ में गिर जाते हैं और कीचड़ में बसता समेत सन जाते हैं। और यह पीड़ा गांव वालों की सरपंच सचिव देखकर भी अनदेखा करते हैं।
सरकार लाखों करोड़ों खर्च कर जब सड़क बनवाती है तो सड़क के दोनों तरफ पानी निकासी के लिए नाली निर्माण आखिर क्यों नहीं करवाती यह सबसे बड़ा प्रश्न है ?
हर पंचायत के यही हाल है सीसी रोड निर्माण तो करवा देती है पानी निकासी की व्यवस्था पंचायत नहीं करती जिससे सड़कों में पानी भर जाता है यहां तक की लोगों के घरों में भरता है। जिससे पंचायत के लोगों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
समस्त ग्राम पंचायत हर्रवाह के लोगों ने शासन प्रशासन का ध्यान गांवों के लोगों की जिंदगी कीचड़ से सनी की ओर खींचने का प्रयास किया गया है। अब देखना है कि विकासखंड के जिम्मेदार पंचायत के लोगों की पीड़ा सुनते हैं या जिले में बैठे जिले का मुखिया।