सतना, देशबन्धु। स्टेट हाइवे 52 जिसे हम सुन्दरा-सेमरिया के नाम से जानते हैं। इस हाइवे पर बना रेलवे अंडर ब्रिज वाहन चालकों के लिए दो दिनों से मुसीबत बना हुआ है। कस्बे की यातायात व्यवस्था का दम भरने वाली जैतवारा पुलिस की लापरवाही कहें या फिर ट्रक मालिक की मनमानी, जो भी हो अंडर ब्रिज वन-वे है। जिसके चलते सुबह से लेकर शाम तक जाम की स्थित बनी रहती है। लेकिन इस समस्या की तरफ किसी का ध्यान नहीं जा रहा है। जो सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात है।
वाहनों का बहुत ज्यादा दबाव
जैतवारा कस्बे में बने इस रेलवे अंडर ब्रिज की बात करें तो कस्बे से होकर स्टेट हाइवे 52 निकलता है। इस स्टेट हाइवे में अंडर ब्रिज भी पड़ता है। इस ब्रिज में वाहनों के दबाव को देखते हुए प्रवेश और निकासी के लिए अलग-अलग व्यवस्था बनाई गई है। लेकिन निकासी वाले हिस्से में दो दिनों से ट्रक क्रमांक एमपी 09 एचएच 7217 फंसा हुआ है। इस वजह से यह अंडर ब्रिज वन-वे बना हुआ है। इस वजह से जाम की स्थिति निर्मित रहती है।
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स्लोप का अभाव
अगर देखा जाए तो यह अंडर ब्रिज के निर्माण में तकनीकी को ठेंगे में रखते हुए इसका निर्माण तो कर दिया गया है। जिस वजह से एक तरफ तो स्लोप ठीक है लेकिन जैतवारा कस्बे में आने वाले दिशा की तरफ इतनी ज्यादा चढ़ाई है कि अक्सर अंडर ब्रिज की चढाई में वाहन दम तोड़ देते हैं और फिर तेजी के साथ बैक होकर डिवाइडर से टकराते हैं। गनीमत है कि अभी तक कोई गंभीर हादसा नहीं हुआ। लेकिन जिस तरह की तकनीकी दिक्कत इस अंडर ब्रिज में बनी हुई है अगर उसे दुरुस्थ नहीं किया गया तो किसी भी दिन गंभीर हादसा हो सकता है।
नहीं की गई बैरिकेटिंग
बताया गया है कि अंडर ब्रिज का हिस्सा काफी लंबा है। इस अंडर ब्रिज में
प्रवेश और निकासी हिस्से के बीच में हाल ही में बड़ी दीवार बना दिया गया है और ऊपर से टीन शेड लगाकर ढंक दिया गया है। जो ट्रक खराब हुआ है वह निकासी वाला हिस्सा है लेकिन वाहन चालक सहित मालिक द्वारा निकासी वाले हिस्से के शुरूआत में कोई बैरीकेटिंग नहीं की गई। जिसके चलते वाहन अंदर तक घुस तो आते हैं लेकिन जगह नहीं होने के चलते वाहन को बैक करते हुए असमान्य चढाई से वाहन को पीछे करना होता है जो सबसे मुश्किल भरा है।
रहता है अंधेरा
अंडर ब्रिज के अंदर पानी न भरे इसके लिए रेलवे ने अंडर ब्रिज के दोनों तरफ के हिस्सों को काफी लंबा शेड लगवाकर के ढंक तो दिया है। लेकिन इस ब्रिज के अंदर प्रकाश की व्यवस्था अभी तक नहीं की गई है। जिसके चलते शाम होते ही दो पहिया वाहन चालकों को लूट-पात जैसे वारदात का खतरा बढ़ जाता है। वाहन चालकों ने जल्द से जल्द इस दिशा में ठोस कदम उठाये जाने की मांग रेल प्रशासन से की है ताकि समय रहते भविष्य में होने वाली वारदात पर अंकुश लगाया जा सके।
सबसे ज्यादा रात्रि
सकरा है मार्ग
हैरान करने वाली बात तो यह है कि स्टेट हाइवे में जिस तरह से अंडर ब्रिज का निर्माण किया गया है वह इतना सकरा है कि एक बार में एक ही वाहन प्रवेश कर सकता है और निकल सकता है। अगर वाहन खराब हो जाए तो पैदल निकलने के लिए जगह नहीं बचती है। ऐसे में अंदाजा इस बाद का हो गया होगा कि यह अंडर ब्रिज कितना सकरा है। ऊपर से रेलवे ने इसमें पूरे अंडर ब्रिज में बैरीकेटिंग करा दी गई है। जिसके चलते समस्या और बढ़ गई है।
निकल आई हैं सरिया
अंडर ब्रिज के स्लोप वाले हिस्से में तो पूरे में सरिया निकल आई है। काफी संख्या में निकली सरिया हादसे को आमंत्रण तो दे ही रहीं हैं साथ ही घटिया निर्माण कार्य की पोल खोल रही हैं। इसके बाद भी अभी तक जिम्मेदारों द्वारा इस दिशा में ध्यान नहीं दिया गया है।
इनका कहना है
यह बात सही है अंडर ब्रिज के अंदर ट्रक खराब हो गया है। बुधवार तक में इस ट्रक को बाहर निकला दिया जाएगा।
अभिषेक पाण्डेय, थाना प्रभारी जैतवारा