अनूपपुर, देशबन्धु. कोतमा थाना क्षेत्र अंतर्गत बंजारा तिराहे में 14 मार्च होली के दिन शाम लगभग 5 बजे गणेश प्रसाद पांडेय की पान दुकान में बुढ़ानपुर निवासी अमृतलाल प्रजापति द्वारा पान मांगने के लेकर हुए विवाद पर अपने 5 अन्य साथियों के साथ दो बाइक में पहुंचकर लाठी-डंडे से विक्की केवट वा गणेश प्रसाद पांडेय के साथ जमकर मारपीट कर उन्हे गंभीर रूप से घायल कर दिया गया था, जहां उपचार के दौरान 15 मार्च को विक्की केवट की मौत हो गई।
इसके बाद गुस्साएं परिजनों सहित आसपास के लोगो ने आरोपियों की गिरफ्तारी हेतु बंजारा तिराहा को जाम करते हुए विरोध प्रदर्शन किया गया। जहां सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक इसरार मन्सूरी द्वारा परिवार जनों को दो दिन के अंदर सभी आरोपियों की गिरफ्तारी हेतु आश्वासन दिया गया।
वहीं पुलिस ने गणेश प्रसाद पांडेय की रिपोर्ट पर अमृतलाल प्रजापति पिता पूरन प्रजापति उम्र 32 वर्ष निवासी बुढ़ानपुर, दिलीप प्रजापति पिता स्व. चेतराम प्रजापति उम्र 22 वर्ष, सुनील उर्फ गोलू प्रजापति पिता तीरथ प्रजापति उम्र 22 वर्ष, जितेन्द्र प्रजापति पिता हरिलाल प्रजापति उम्र 24 वर्ष, शिवा उर्फ सूर्यकांत प्रजापति पिता मूलचंद प्रजापति उम्र 19 वर्ष एवं सागर प्रजापति पिता रामनाथ प्रजापति उम्र 21 वर्ष सभी निवासी बुढ़ानपुर के खिलाफ धारा 296, 115(2), 117(2), 351(3), 3(5), 109, 103 बीएनएस के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया एवं पुलिस अधीक्षक मोतीउर रहमान के निर्देशन में सभी आरोपियों की गिरफ्तारी हेतु तीन अलग-अलग टीम गठित की गई।
जहां मामला गंभीर होने पर आरोपियों की धड़पकड़ हेतु हर संभावित स्थानो में लगातार दबिश देते हुए 16 मार्च को आरोपी अमृतलाल प्रजापति, दिलीप प्रजापति, सुनील उर्फ गोलू प्रजापति को छत्तीसगढ़ से गिरफ्तार करते हुए उनके कब्जे से घटना में प्रयुक्त बाइक जप्त किया गया तथा तीन अन्य फरार आरोपी जितेन्द्र प्रजापति, शिवा उर्फ सूर्यकांत प्रजापति एवं सागर प्रजापति की तलाश में जुट गई। जहां संभावित ठीकानों पर दबिश दी जा रही थी, जहां 16 मार्च को शहडोल से 48 घंटे के अंदर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता मिली।
उक्त कार्यवाही में थाना प्रभारी सुन्द्रेश सिंह मरावी, उप निरीक्षक दशरथ बागरी, अकबर खान, सहायक उपनिरीक्षक सुरेश कुमार अहिरवार, विनय सिंह परिहार, बृजेश कुमार पांडेय, प्रधान आरक्षक संजीव त्रिपाठी, दिनेश राठौर, सपन नामदेव, कपिल उईके, विवेक त्रिपाठी, आरक्षक अभय त्रिपाठी, नरेन्द्र खवादे, महेश साहू, शुभम तिवारी, संजय द्विवेदी, जितेन्द्र मंडलोई, अजय तोमर, सत्यभान सिंह, चक्रधर तिवारी, आरक्षक चालक अनिल मरावी एवं सायबर सेल प्रधान आरक्षक राजेन्द्र अहिरवार, पंकज मिश्रा, राजेन्द्र केवट की महत्वपूर्ण भूमिका रही।