जबलपुर, देशबन्धु. रेलवे बोर्ड दिल्ली के निर्देशानुसार टिकट चैकिंग कर्मचारियों की उपस्थिति दर्ज कराए जाने के लिए बायोमेट्रिक प्रणाली लागू किए जाने की प्रक्रिया की शुरुआत तेज गति से प्रारंभ कर दी गई है। पहले इन कर्मचारियों की उपस्थिति ऑनलाइन प्रणाली से की जा रही थी।
रेलवे बोर्ड दिल्ली ने इस नई प्रणाली को लागू किए जाने के संबंध में पमरे की महाप्रबंधक शोभना बंदोपाध्याय दक्षिण-पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर, उत्तर-मध्य रेलवे प्रयागराज यूसी जोशी मध्य रेलवे मुंबई श्री मीणा, महाप्रबंधक हुबली मुकुल शरण माथुर चेन्नई पश्चिम रेलवे मुम्बई, गोरखपुर, भुवनेश्वर, जयपुर, दिल्ली, कोलकाता आदि सभी को निर्देशित किया गया है कि वह इस बायोमेट्रिक प्रणाली को लागू किए जाने के लिए स्टेशन परिसर टिकट निरीक्षक कार्यालय, पार्सल कार्यालय, कम्प्यूटर आरक्षण केन्द्र सिग्नल एवं दूरसंचार सभी स्थानों में मशीन स्थापित करें।
आधार और मोबाइल नम्बर सिस्टम से जोड़ा
इस नई प्रणाली को लागू किए जाने से टिकट चैकिंग कर्मचारियों को बैंक खाता हैक होने का डर सता रहा है। इस सिस्टम को लागू किए जाने से टिकट चैकिंग स्टाफ को इस प्रणाली से लैस किया जा रहा है।
यह प्रणाली अत्यधिक खतरनाक साबित होने की संभावना है। बायोमेट्रिक प्रणाली से जोड़ने के लिए टिकट चैकिंग कर्मचारियों को सीयूजी नम्बर के स्थान पर आधार नम्बर से जोड़े जाने से सबसे ज्यादा खतरा महसूस किया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार कई जोनों के मंडलों में अभी इस प्रणाली को लागू नहीं किया गया है। उत्तर-मध्य रेलवे प्रयागराज के झांसी मंडल पश्चिम रेलवे मुम्बई के अहमदाबाद मंडल व अन्य मंडलों में इस नई प्रणाली को लागू किए जाने के संबंध में कर्मचारी संगठनों द्वारा विरोध शुरू कर दिया है।
यहां इस बात का उल्लेख करना आवश्यक है कि पमरे के मंडल रेल प्रबंधक एवं महाप्रबंधक कार्यालय के विभिन्न विभागों में आज भी मैनुअल पद्धति से कर्मचारियों की उपस्थिति दर्ज की जा रही है, जबकि इन कार्यालयों में सप्ताह में 5 दिन ही कार्यालय में कार्य संपादित होता है, प्रत्येक शनिवार और रविवार को अवकाश ही रहता है।
पमरे के एक कर्मचारी संगठन के जिम्मेदार पदाधिकारी ने बताया कि यदि रेलवे प्रशासन खाता हैक करने की स्थिति में उसके नुकसान की भरपाई करने तैयार हो तो किसी भी कर्मचारी द्वारा इस नीति का विरोध नहीं किया जाता है।
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पमरे के जबलपुर के उच्च अधिकारी भी इस नई प्रणाली को लागू किए जाने को लेकर असमंजस की स्थिति में दिखाई पड़ रहे हैं।
बिलासपुर, नई दिल्ली