गौरझामर. ग्राम सुजानपुर में रहने वाले डेलन सिंह लोधी का बीते 5 सितंबर को अल्प आयु में दुखद निधन हो गया। उनके असमय स्वर्गवास से आसपास के ग्रामों में शोक की लहर फैल थी। स्वर्गीय डेलन सिंह लोधी के छायाचित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित करते किया।
ग्रामवासियों, समाजजनों और परिजनों द्वारा बीते बुधवार को स्मृति में तेरहवीं नहीं करने का निर्णय लिया ओर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। डेलन सिंह के पिता पूरन सिंह लोधी को गुलाल लगाकर हौसला दिया।
शोकाकुल परिवार ने यह निर्णय लेकर समाज को एक सकारात्मक संदेश दिया कि दुख की घड़ी में सादगी और सद्भाव से काम लेना चाहिए, न कि दिखावे में। इस कदम की सभी उपस्थितजनों ने मृत्यु भोज के वहिष्कार की सराहना की।
शोकसभा में बड़ी संख्या में ग्रामीण, समाज के वरिष्ठजन, जनप्रतिनिधि व युवा शामिल हुए और दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। शोकसभा में डेलन सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की गई और उनके जीवन के सरल, सेवा भाव से परिपूर्ण स्वभाव को याद किया गया।
निरंतर प्रयासरत है कि लोधी क्षत्रिय महासभा द्वारा क्षेत्र में मृत्यु भोज जैसी कुरीतियों को बंद करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। समाज के वरिष्ठजनों की प्रेरणा से सुजानपुर में गोलकुंडा वाले परिवार ने भी समाजहित में मृत्युभोज न कराने का निर्णय लिया।
श्रद्धांजलि सभा में मेहरबान सिंह बंगला वाले, महेश सिंह सिलारी, दशरथ सिंह लोधी, लक्ष्मण सिंह लोधी, कड़ोंरी सिंह बेलढाना, डॉ. वीरेंद्र सिंह लोधी, रुद्रप्रताप सिंह, हरिश्चंद सिंह अमोदा, कोमल सिंह लोधी, वीरेंद्र सिंह सेमराखेरी, अरविंद सिंह लोधी पटना, रामानुज दीक्षित, महराज सिंह ठाकुर, अरविंद सिंह सिलारी, मनोहर केवट सहित सैकड़ों की संख्या में लोग उपस्थित रहे और दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।