आगरा. ताजमहल की खूबसूरती और ऐतिहासिकता खतरे में है. भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की शिकायत के बावजूद, ताजमहल के 150 मीटर के प्रतिबंधित दायरे में अवैध निर्माण जारी है. हाल ही में, एक पूर्व पार्षद ने टिन शेड की आड़ में दो मंजिला इमारत खड़ी कर दी, जबकि बाहर उस पर सील लगी हुई थी.
मामले का विवरण:
यह मामला ताजगंज के नगला पेमा क्षेत्र का है, जो ताजमहल के बेहद करीब स्थित है. नियमों के अनुसार, ताजमहल के 150 मीटर के दायरे में किसी भी तरह का निर्माण प्रतिबंधित है. इसके बावजूद, एएसआई की शिकायत और बार-बार पत्र लिखने के बावजूद, पुलिस और आगरा विकास प्राधिकरण (एडीए) की कथित मिलीभगत से यह अवैध निर्माण पूरा हो गया. एएसआई ने पहले ही इस निर्माण पर सील लगा दी थी, लेकिन इसे तोड़कर अंदर निर्माण कार्य जारी रहा.
पुराने मामले और अनदेखी:
पर्यावरणविदों का कहना है कि यह कोई पहला मामला नहीं है. पिछले सात सालों में ताजमहल के आसपास 248 अवैध निर्माण हो चुके हैं, लेकिन किसी पर भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है. इस तरह की अनदेखी से ताजमहल के पर्यावरण और उसकी संरचना को गंभीर खतरा हो रहा है.
आगे की कार्रवाई:
इस मामले को लेकर पर्यावरणविदों में भारी रोष है. उन्होंने इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए इसे सुप्रीम कोर्ट में उठाने की बात कही है, ताकि ताजमहल की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके और जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई हो.