महोबा (उत्तर प्रदेश). उत्तर प्रदेश के महोबा जिले में दहेज प्रथा ने एक और बेटी की जान ले ली। महोबकंठ थाना क्षेत्र के ग्राम सौरा में शनिवार सुबह एक विवाहिता का शव साड़ी के फंदे से लटकता मिला। मृतका की पहचान प्रियंका विश्वकर्मा के रूप में हुई है। प्रियंका ने मौत से कुछ घंटे पहले ही अपनी मां से फोन पर गुहार लगाई थी “मुझे यहां से ले जाओ, नहीं तो ये लोग मुझे मार देंगे।”
पिता ने ससुरालियों पर लगाया दहेज हत्या का आरोप
मृतका के पिता रामनरेश विश्वकर्मा, निवासी कुलपहाड़ कस्बा, ने आरोप लगाया कि बेटी की हत्या चार पहिया वाहन की मांग पूरी न होने के कारण की गई। उनका कहना है कि शादी में 5 लाख रुपये नकद, जेवर और दहेज दिया गया था, लेकिन इसके बावजूद पति सुनील, ससुर डालचंद्र उर्फ डब्ले, सास रामदेवी और ननद खुशबू लगातार कार की मांग कर रहे थे।
शादी के बाद से बढ़ा दबाव
प्रियंका का विवाह 11 दिसंबर 2022 को हुआ था। मायके आने पर उसने बताया था कि पति और ससुराल वाले कार की मांग पूरी न होने पर उसे प्रताड़ित कर रहे हैं। कई बार समझाने के बावजूद स्थिति नहीं बदली और ससुराल वाले मारपीट करते रहे।
मौत से पहले फोन पर जताया डर
3 अक्टूबर की रात प्रियंका ने अपने भाई राहुल और मां सुनीता को फोन पर बताया कि उसे जान से मारने की धमकी दी जा रही है। उसने साफ कहा था कि अगर तुरंत उसे मायके नहीं ले जाया गया तो ससुरालीजन उसकी हत्या कर देंगे। अगली सुबह प्रियंका की संदिग्ध मौत की खबर आई।
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गला दबाकर हत्या का आरोप
परिजनों का आरोप है कि रात में ही प्रियंका का गला दबाकर हत्या की गई और बाद में शव को फांसी पर लटका दिया गया ताकि आत्महत्या का रूप दिया जा सके। सुबह करीब 3 बजे मृतका के साले को सूचना दी गई कि प्रियंका की तबीयत खराब है। जब परिजन अस्पताल पहुंचे तो डॉक्टरों ने प्रियंका को मृत घोषित कर दिया।
पुलिस जांच जारी
महोबा पुलिस ने पिता की तहरीर पर पति, ससुर, सास और ननद के खिलाफ दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है। सीओ कुलपहाड़ रविकांत गौड़ ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत के असली कारण स्पष्ट होंगे। फिलहाल मामले की जांच जारी है।