नई दिल्ली/येरुशलम. जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद भारत द्वारा शुरू किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर एक बड़ा अपडेट सामने आया है. इज़राइल में भारत के राजदूत जेपी सिंह ने इस ऑपरेशन को लेकर बड़ा बयान देते हुए स्पष्ट किया है कि यह अभियान खत्म नहीं हुआ है, बल्कि कुछ समय के लिए अस्थायी रूप से रोका गया है.
इज़राइल में बोले राजदूत जेपी सिंह ने साफ तौर पर कहा कि यह ऑपरेशन तब तक जारी रहेगा, जब तक पाकिस्तान भारत को हाफिज सईद, साजिद मीर, और जाकिउर्र रहमान लखवी जैसे कुख्यात और खूंखार आतंकियों को सौंप नहीं देता. उनका यह बयान भारत की आतंकवाद के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति को दर्शाता है.
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क्या है ऑपरेशन सिंदूर?
‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारत द्वारा आतंकियों के खिलाफ शुरू किया गया एक गुप्त लेकिन निर्णायक अभियान है, जो विशेष रूप से उन गुटों और संगठनों को निशाना बना रहा है जो पाकिस्तान की धरती से भारत के खिलाफ आतंकी गतिविधियाँ चला रहे हैं. पहलगाम में हुए हमले के बाद इस ऑपरेशन को तेजी से आगे बढ़ाया गया.
पाकिस्तान पर बढ़ता अंतरराष्ट्रीय दबाव
भारत ने इस ऑपरेशन के ज़रिए न केवल अपनी सैन्य क्षमताओं का प्रदर्शन किया है, बल्कि पाकिस्तान पर अंतरराष्ट्रीय दबाव भी बढ़ा दिया है. भारत का यह स्पष्ट संदेश है कि अब सिर्फ बातचीत से काम नहीं चलेगा, बल्कि ठोस कार्रवाई ही एकमात्र रास्ता है.
जेपी सिंह ने कहा, “जब तक पाकिस्तान इन आतंकियों को भारत के हवाले नहीं करता, तब तक यह ऑपरेशन स्थगित नहीं, बल्कि प्रगतिशील मोड में बना रहेगा. यह भारत की संप्रभुता और सुरक्षा से जुड़ा सवाल है.”
इज़राइल से मिल रहा तकनीकी सहयोग
सूत्रों के अनुसार, इस ऑपरेशन में भारत को इज़राइल की तकनीकी और खुफिया एजेंसियों का भी परोक्ष सहयोग मिल रहा है. भारत और इज़राइल के बीच रक्षा और सुरक्षा संबंधों में बीते कुछ वर्षों में अभूतपूर्व प्रगति हुई है, और आतंकवाद से लड़ाई में यह साझेदारी और मजबूत होती दिख रही है.
भारत का सख्त संदेश
भारत पहले ही संयुक्त राष्ट्र और FATF (Financial Action Task Force) जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान की आतंकी पनाहगाहों को उजागर करता रहा है. अब ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के ज़रिए भारत ने यह दिखा दिया है कि वह सिर्फ कूटनीति ही नहीं, बल्कि प्रत्यक्ष एक्शन के लिए भी तैयार है.