नई दिल्ली. एक दुखद और दुर्लभ घटना में 166 लोगों की अस्थियों को लेकर अंतरिक्ष से लौट रहा एक विशेष कैप्सूल ‘निक्स’ प्रशांत महासागर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. यह कैप्सूल पुनः प्रवेश (re-entry) के दौरान संपर्क से बाहर हो गया और उसके बाद उसे खोजा नहीं जा सका.
‘निक्स’ नामक यह अंतरिक्ष कैप्सूल जर्मनी की स्टार्ट-अप कंपनी द एक्सप्लोरेशन कंपनी (TEC) द्वारा लॉन्च किया गया था. इसका उद्देश्य पृथ्वी की कक्षा में एक विशेष स्मृति मिशन को अंजाम देना था, जिसमें दिवंगत लोगों की अस्थियों के साथ-साथ भांग के पौधे और उसके बीज भी शामिल थे. यह कैप्सूल सफलतापूर्वक अंतरिक्ष में भेजा गया था, लेकिन वापसी के समय दुर्घटनाग्रस्त होकर लापता हो गया.
कंपनी ने इस असामान्य दुर्घटना को लेकर सार्वजनिक रूप से माफ़ी मांगी है और उन परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की है, जिन्होंने इस मिशन के जरिए अपने प्रियजनों को एक खास विदाई देने की योजना बनाई थी.
TEC की ओर से जारी बयान में कहा गया, “हम इस तकनीकी विफलता से बेहद दुखी हैं. हम उन सभी परिवारों से गहरी माफ़ी मांगते हैं, जिनके प्रियजनों के अवशेष इस मिशन में शामिल थे. हम पूरी घटना की जांच कर रहे हैं ताकि भविष्य में ऐसी त्रुटियों से बचा जा सके.”
यह मिशन स्पेस मेमोरियल सेवाओं की बढ़ती मांग का हिस्सा था, जहां लोगों के अवशेषों को अंतरिक्ष में भेजने की परंपरा धीरे-धीरे लोकप्रिय हो रही है. लेकिन यह हादसा इस क्षेत्र की चुनौतियों और तकनीकी जोखिमों को भी उजागर करता है.
इस घटना ने जहां वैज्ञानिकों और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी क्षेत्र में हलचल मचा दी है, वहीं प्रभावित परिवारों के लिए यह एक भावनात्मक आघात भी बन गया है.