नई दिल्ली. इजरायल डिफेंस फोर्स (IDF) एक गंभीर गलती के चलते विवादों में आ गई है. IDF द्वारा सोशल मीडिया पर साझा किए गए एक नक्शे में भारत की अंतरराष्ट्रीय सीमाएं गलत तरीके से प्रदर्शित की गई थीं. इस नक्शे में जम्मू-कश्मीर को पाकिस्तान का हिस्सा दिखाया गया, जिसके बाद सोशल मीडिया पर भारतीय यूजर्स ने कड़ी प्रतिक्रिया दी.
इस भारी विरोध के बाद IDF ने अपनी गलती स्वीकार की और आधिकारिक तौर पर माफी मांगी.
क्या कहा इजरायली सेना ने?
IDF ने स्पष्टीकरण में कहा,
“यह पोस्ट केवल क्षेत्रीय चित्रण के उद्देश्य से थी. नक्शे में सीमाओं को दिखाने में त्रुटि हुई, जिसके लिए हम खेद प्रकट करते हैं.”
यह नक्शा ईरान से संभावित मिसाइल हमलों की रेंज दर्शाने के लिए साझा किया गया था. इसमें ईरान के पड़ोसी देशों और कुछ दूरवर्ती देशों जैसे भारत, चीन, रूस, तुर्की आदि की सीमाएं दिखाई गई थीं. भारत की सीमा को गलत रूप से दर्शाए जाने को लेकर यह मामला राजनयिक असंवेदनशीलता के रूप में देखा गया.
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भारतीय सोशल मीडिया पर नाराजगी
इजरायली सेना की इस पोस्ट के बाद कई भारतीय नागरिकों और संगठनों ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर विरोध दर्ज कराया. खासकर ‘इंडियन राइट विंग कम्युनिटी’ नामक हैंडल से IDF को टैग करते हुए आपत्ति जताई गई. इसके जवाब में IDF ने माफी मांगते हुए पोस्ट को हटा दिया या उसमें सुधार किया.
भारत का रुख स्पष्ट
भारत लगातार यह दोहराता रहा है कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख उसके अभिन्न अंग हैं. इन क्षेत्रों के कुछ हिस्सों पर पाकिस्तान और चीन का अवैध कब्जा है, जिसे भारत कभी मान्यता नहीं देता. हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन ‘सिंदूर’ के संदर्भ में यह बात दोहराई थी.
भारत-इजरायल संबंधों पर असर?
भारत और इजरायल के बीच बीते वर्षों में गहरे रणनीतिक और रक्षा संबंध बने हैं. 2017 में प्रधानमंत्री मोदी ने इजरायल की ऐतिहासिक यात्रा की थी और दोनों देशों के बीच तकनीक, कृषि और सैन्य सहयोग में तेजी आई है. हालांकि यह नक्शे की गलती एक चूक मानी जा रही है, फिर भी इससे राजनयिक सतर्कता की आवश्यकता पर ज़ोर दिया जा रहा है.