वाशिंगटन. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलन मस्क के बीच तनातनी अब खुलकर सामने आ गई है. ट्रंप प्रशासन ने मस्क की कंपनी स्पेसएक्स के सभी सरकारी कॉन्ट्रैक्ट्स की गहन जांच के आदेश दे दिए हैं. यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब हाल ही में एलन मस्क ने ट्रंप से माफी मांगी थी, लेकिन अब माना जा रहा है कि ट्रंप उन्हें हल्के में लेने को तैयार नहीं हैं.
सूत्रों के मुताबिक, व्हाइट हाउस ने डिपार्टमेंट ऑफ डिफेंस (DOD) और NASA को निर्देश दिए हैं कि वे स्पेसएक्स को दिए गए करीब 2.2 हजार करोड़ रुपये के अनुबंधों की पूरी जानकारी एकत्र करें. हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि इन कॉन्ट्रैक्ट्स को रद्द किया जाएगा या नहीं, लेकिन यह तय है कि मस्क और उनकी कंपनियों के खिलाफ ट्रंप प्रशासन अब जवाबी रणनीति बना रहा है.
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मिसाइल डिफेंस प्रोजेक्ट से भी हट सकता है SpaceX?
रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, पेंटागन के अधिकारी स्पेसएक्स की भूमिका को अमेरिका के प्रस्तावित मिसाइल डिफेंस प्रोजेक्ट ‘गोल्डन डोम’ में सीमित करने की योजना बना रहे हैं. ट्रंप ने 6 जून को बयान दिया था कि “हर चीज़ की समीक्षा की जाएगी”, और अब यह समीक्षा स्पेसएक्स तक पहुंच गई है.
‘पोगो’ को भी चिंता
सरकारी अनुबंधों पर निगरानी रखने वाली संस्था प्रोजेक्ट ऑन गवर्नमेंट ओवरसाइट (POGO) के जनरल काउंसलर स्कॉट ऐमी ने कहा कि, “किसी भी फैसले का आधार दो व्यक्तियों का अहंकार नहीं, बल्कि जनता और राष्ट्रीय सुरक्षा होनी चाहिए.” उन्होंने यह भी माना कि मस्क की कंपनी के साथ जो हो रहा है, वह उसी प्रक्रिया का हिस्सा है, जिससे हजारों अन्य अनुबंधों की भी जांच होती रही है.
NASA का रुख अलग
जहां स्पेसएक्स और डिफेंस डिपार्टमेंट ने मामले पर चुप्पी साध रखी है, वहीं NASA ने कहा है कि वह अपने सहयोगियों के साथ मिलकर राष्ट्रपति के अंतरिक्ष से जुड़े उद्देश्यों को आगे बढ़ाने के लिए काम करता रहेगा.