शहडोल, देशबन्धु। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज के सपनों को साकार करने के लिए ग्राम पंचायत की नव निर्वाचित महिला जनप्रतिनिधियों में व्यापक उत्साह नजर आ रहा है। इन जनप्रतिनिधियों में अपने गांव का विकास करने की ललक दिख रही है। ऐसी ही एक जनप्रतिनिधि श्रीमती दुर्गा सिंह से जनपद पंचायत कार्यालय बुढ़ार में भेंट हुई। श्रीमती सिंह अपने ग्राम पंचायत के विकास कार्यों के संबंध में चर्चा करने मुख्य कार्यपालन अधिकारी मुद्रिका सिंह से भेंट करने उनके कार्यालय पहुंची थी। श्रीमती दुर्गा सिंह बुढ़ार जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत जैतपुर में पहली बार सरपंच बनीं हैं। श्रीमती सिंह ग्राम पंचायत जैतपुर के तत्कालीन सरपंच लीलाराम रौतेल को भारी मतों से शिकस्त देकर सरपंच निर्वाचित हुई हैं।
गांव की बहू बनकर तस्वीर बदलूंगी
उन्होंने चुनाव के दौरान ग्रामीणों से कहा था कि मैं गांव की बहू बनकर गांव की तस्वीर बदलूंगी और मेरी शिक्षा आपकी ताकत बनेगी। गांव के लोगों ने श्रीमती सिंह की बात पर कितना भरोसा किया इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि चुनाव में श्रीमती सिंह को जहां 824 मत मिले वहीं उनके विरोधी प्रत्यासी लीलाराम को महज 295 मत ही मिल सके।
बस स्टैंड में बोर बेहद जरुरी
- जैतपुर की सरपंच श्रीमती दुर्गा सिंह ने चर्चा के दौरान बताया कि उन्होंने गांव के लोगों से विकास का जो वादा किया है वह उसे हर हाल में पूरा करेंगी। अपनी प्राथमिकता और गांव की समस्याओं के संबंध में उन्होंने बताया कि जैतपुर बस स्टैंड में शौचालय तो है लेकिन बोर ना होने के कारण वहां पानी की भारी दिक्कत है इसलिए उनकी कोशिश होगी कि वहां एक बोर कराया जाए। उन्होंने बताया कि स्कूल से लेकर सायदा बेगम के घर तक तथा कई अन्य स्थानों पर सड़क का निर्माण कराया जाएगा। उनका यह भी कहना है कि जो नाली पूर्व से है उनकी सफाई कराई जाएगी और जहां नाली नहीं है वहां नाली का निर्माण कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि गांव में बिजली की समस्या की समस्या को भी दूर करने का प्रयास किया जाएगा।