जबलपुर. चरगवां थानांतर्गत ग्राम टपरिया पुरानी देवरी चरगवां में हुई युवक की हत्या के मामले में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. मनोज उर्फ मन्नू ठाकुर की हत्या सिर्फ इस बात को लेकर रिश्ते के भतीजे आरोपी धरम ठाकुर उर्फ अबी ने कर दी कि शराब व मुर्गा पार्टी में कम रुपया मिलाया था.
इस आशय की जानकारी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सोनाली दुबे ने कंट्रोल रुम में आयोजित एक पत्रवार्ता में दी. एएसपी सोनाली दुबे ने बताया कि ग्राम टपरिया पुरानी देवरी चरगवां में रहने वाले मनोज उर्फ मन्नू ठाकुर के मोबाइल पर 30 अक्टूबर को रिश्ते में भतीजा लगने वाले 19 वर्षीय धरम ठाकुर उर्फ अबी पिता संतोष ठाकुर का फोन आया कि उसी दिन शाम को शराब-मुर्गे की पार्टी करना हैं.
शाम को करीब 6 बजे के लगभग चरगवां बाजार में मुलाकात होगी. दोनों की बाजार में मुलाकात हुई, इसके बाद दोनों शराब के तीन पॉव व फ्राई मुर्गा खरीदकर गांधी ठाकुर के खेत में पहुंच गए. यहां पर बैठकर दोनों चर्चा कर रहे थे, इस दौरान मनोज ने कहा कि तुमने शराब व मुर्गा पार्टी में कम रुपए मिलाए हंै. इसी बात को लेकर दोनों के बीच झगड़ा होने लगा.
झगड़ा इतना बढ़ा कि चाचा मनोज ने मलगा उठाकर धरम उर्फ अबी की पीठ में मार दिया. गुस्साए धरम ने मनोज से मलगा छीनकर मनोज पर ही हमला करना शुरु कर दिया. जिससे मनोज के शरीर पर गंभीर चोटें आने से मौत हो गई. इसके बाद चाचा मनोज का मोबाईल अपने घर ले कर चला गया.
सुबह फोन आया तो उसने सिम निकालकर फेंक दी और मोबाइल छिपा दिया. इधर मनोज के घर न आने से परिजन चितिंत हो गए, उन्होने अपने स्तर पर तलाश की लेकिन कहीं पता नहीं चल सका. परिजनों की सूचना पर पहुंची पुलिस तलाश करते हुए राजेश उर्फ गांधी ठाकुर के खेत पहुंच गई. खबर मिलते ही परिवार के सदस्य भी पहुंच गए, जिन्होने मनोज को इस हाल में देखा तो फूट-फूट कर रोए. पुलिस अधिकारियों ने मामले की जांच की पता चला कि धरम उर्फ अबी पिता संतोष ठाकुर की गतिविधियां संदिग्ध है. जिसने पुलिस को पूछताछ में वारदात करना स्वीकार लिया.
अंधी हत्या का खुलासा करने में चरगवां थाना प्रभारी अभिषेक प्यासी, एएसआई मनीष बसेडिया, सतेन्द्र सिंह चौहान, प्रकाश पटेल, प्रधान आरक्षक प्रदीप पटेल, कैलाश पटेल, आरक्षक रोशन कुमार, अक्षय मौर्य, रंजीत पटेल, मेहफूज अहमद, सुधीर राजपूत, विवेक पटेल, सौरभ पटेल, सीता मेहरा, राहुल नादौनिया की सराहनीय भूमिका रही.
Comments 3