श्रीनगर, 17 दिसम्बर (आईएएनएस)। कश्मीर घाटी की खूबसूरत झीलें इसकी खूबसूरती को और बढ़ा देती हैं और श्रीनगर की डल झील सभी झीलों में सबसे प्रसिद्ध है।
श्रीनगर आने वाला हर पर्यटक डल झील घूमने जरूर आता है। हालांकि, प्रदूषण और अन्य समस्याएं इस प्राचीन झील की सुंदरता को खत्म कर रही हैं। इसे देखते हुए अब अधिकारियों ने डल झील की सुंदरता को बहाल करने के लिए कई कदम उठाए हैं, जिसे जन्नत आरजी के नाम से भी जाना जाता है।
जम्मू और कश्मीर झील संरक्षण और प्रबंधन प्राधिकरण (जम्मू और कश्मीर एलसीएमए) ने डल झील की जल निकासी प्रणाली को बहाल करने के उद्देश्य से इसके 13 चैनलों की खुदाई की है। अधिकारियों के मुताबिक झील की शोभा और बढ़ाने के लिए अगले दो महीने में प्रोजेक्ट पूरा कर लिया जाएगा।
जम्मू-कश्मीर एलसीएमए में जूनियर इंजीनियर मैसम शब्बीर के मुताबिक, यह पहली बार है जब इस तरह का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा, झील के 8.711 किलोमीटर लंबे 13 चैनलों पर काम शुरू कर दिया गया है। इनकी गहराई को दो फुट से बढ़ाकर 10 फुट करने का लक्ष्य है। प्रदूषण और अवैध अतिक्रमण के कारण इस विशाल झील का क्षेत्रफल धीरे-धीरे कम होता जा रहा है, जिससे इसके ऐतिहासिक और पारिस्थितिक महत्व पर खतरा मंडरा रहा है।
एक स्थानीय निवासी ने कहा, झील के जीर्णोद्धार की लंबे समय से हमारी मांग रही है। हालांकि इस पर कई बार काम शुरू किया गया, लेकिन कोई ठोस नतीजा नहीं निकला। डल झील के आसपास रहने वाले लोगों का कहना है कि प्रशासन को पानी की नालियों को बहाल करना चाहिए ताकि झील का वैभव बहाल हो सके।
–आईएएनएस
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